शाहजहांपुर – जनपद में दो युवकों द्वारा सोशल मीडिया पर आत्महत्या की फर्जी पोस्ट डालने से हड़कंप मच गया। जलालाबाद और रोजा थाना क्षेत्र के इन मामलों में सोशल मीडिया कंपनी मेटा से मिले अलर्ट के आधार पर पुलिस हरकत में आई और समय रहते युवकों तक पहुंच गई। पूछताछ में दोनों ने इसे मजाक बताते हुए माफी मांगी, जिसके बाद पुलिस ने चेतावनी देकर छोड़ दिया।
पहला मामला जलालाबाद थाना क्षेत्र का है, जहां एक युवक ने दोस्तों को मजाक में डराने के उद्देश्य से फांसी लगाने की स्टोरी इंस्टाग्राम पर साझा कर दी। मेटा की ओर से यूपी पुलिस की मीडिया सेल को अलर्ट भेजा गया, जिसके बाद युवक की लोकेशन ट्रेस कर उपनिरीक्षक विपिन कुमार शर्मा ने मौके पर पहुंचकर जानकारी ली। युवक ने स्वीकार किया कि उसने बिना सोचे-समझे यह पोस्ट की थी और बाद में खुद ही हटा दी। उसने दोबारा ऐसी हरकत न करने का आश्वासन दिया।
दूसरी घटना रोजा थाना क्षेत्र की है। थाना प्रभारी राजीव कुमार के मुताबिक, एक युवक द्वारा आत्महत्या संबंधी पोस्ट किए जाने की जानकारी मेटा अलर्ट के माध्यम से मिली थी। पुलिस और सर्विलांस टीम ने युवक की पहचान कर उसके घर जाकर पूछताछ की। युवक ने बताया कि यह पोस्ट गलती से लग गई थी और उसका मानसिक स्वास्थ्य पूरी तरह ठीक है। उसने पोस्ट को कुछ ही देर में डिलीट भी कर दिया था।
दोनों ही मामलों में पुलिस ने युवकों को फटकार लगाते हुए यह समझाया कि इस तरह की गतिविधियां न केवल असंवेदनशील हैं बल्कि कानूनन गलत भी हैं। दोनों को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।