उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में दबंगों के आतंक से परेशान होकर पीड़ित गांव छोड़ने पर मजबूर है। इसके लिए उसने अपने घर के सामने ‘मकान बिकाऊ है’ का पोस्टर चिपकाया है। उनका कहना कि अब इस गांव में नहीं रहना है।
मामला एका थाना क्षेत्र के सिंगपुर गांव का है। गांव निवासी अरविंद कुमार वाल्मीकि ने बताया कि मेरे बाबा लटूरी को 1976 में इंदिरा योजना के तहत 15 बीघा जमीन पट्टे पर मिली थी। 1992 में चकबंदी हुई, तब तक सब ठीक था। इसके बाद वर्ष 2004 में गांव के ही कुछ दबंग लोगों ने अधिकारियों से सांठगांठ करके चार बीघा जमीन अपने नाम करा ली।
बताया कि हमें जानकारी हुई तो एसडीएम और सीओ से शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। बताया कि अधिकारियों के सामने अपनी रजिस्ट्री भी पेश कर चुके हैं। थानाध्यक्ष ने बताया कि मामला संदिग्ध लग रहा है। अभी तक किसी ने प्रार्थना-पत्र नहीं दिया है। अपने घर पर मकान बिकाऊ का पोस्टर क्यों लगाया है, जानकारी नहीं है।