फिरोजाबाद जिला जेल में शुक्रवार को बंदी की मौत की गुत्थी सुलझने की जगह उलझती जा रही है। दरअसल, फिरोजाबाद थाना दक्षिण पुलिस ने चोरी की बाइक की कटाई के मामले में 19 जून को आकाश को जेल भेजा था। जिसकी शुक्रवार को मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार बंदी की मौत पिटाई से हुई है। उसके शरीर पर चोटों के 14 निशान भी मिले हैं। वहीं जेल प्रशासन उसे बीमार बता रहा है जबकि मृतक की पत्नी प्रीति के अनुसार उसे कोई भी बीमारी नहीं थी।

दक्षिण पुलिस ने नगला पचिया निवासी आकाश को बाइक चोरी के मामले में 17 जून को घर से हिरासत में लिया था। इसके बाद 19 जून को उसे जेल भेज दिया। पुलिस द्वारा मेडिकल कराकर जेल भेजे जाने के 40 घंटे बाद ही उसकी मौत हो गई थी। शुक्रवार को दिन निकलते-निकलते मामला तूल पकड़ता चला गया।

राजनीतिक लोग मामले में शामिल हो गए। इसके पैनल टीम की ओर से उसका पोस्टमार्टम कराया गया। इधर जेल प्रशासन बीमारी से उसकी मौत होने का दावा कर रही थी। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट से जेल प्रशासन के दावे फीके पड़ गए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार उसके शरीर के कई हिस्सों पर गंभीर चोटों के 14 निशान पाए गए हैं।

इन हिस्सों पर हैं गंभीर चोटें
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार आकाश के ऊपरी पलक, कंजक्टिवल सहित बायीं आंख के आसपास नीला धब्बा, दाहिनी ओर गर्दन पर नीली चोट के निशान, कंधे के साथ दाहिनी ऊपरी भुजा पर 3 नीले निशान मिले हैं। साथ ही दाहिनी कोहनी के पीछे घर्षण के साथ दर्दनाक सूजन के साथ नीला निशान है।

दाहिनी बांह, कलाई और दाहिने हाथ के पृष्ठ भाग पर नीले रंग की सूजन, दाहिनी जांघ के अगले हिस्से पर नीला निशान, बायीं जांघ के पार्श्व भाग पर नीले रंग की सूजन, बाएं स्कैपुलर क्षेत्र पर नीला क्षत-विक्षत निशान है।

हाथ से बायीं बांह पर सूजन के साथ नीला निशान, दोनों नितंबों पर नीले रंग की सूजन, दाहिने स्कैपुलर क्षेत्र और पीठ के निचले हिस्से पर कई नीली चोट के निशान मिले हैं। दाहिनी ओर निचली पीठ (कूल्हे क्षेत्र) पर नीला निशान, नाक से खून बह रहा था।

जिला अस्पताल की मेडिकल रिपोर्ट सही या जिला जेल की
आकाश को जेल भेजने वाली दक्षिण थाना पुलिस आकाश को जेल भेजने से पहले पूरी तरह स्वस्थ होने का दावा जिला अस्पताल के मेडिकल में कर रही है। जिला जेल में कुछ देर बाद ही हुए मेडिकल में बंदी को जेल के चिकित्सक ने हेड इंजरी की बात साफतौर पर लिखी है।

अब सवाल यह है कि दोनों में कौन-सी मेडिकल रिपोर्ट सही है। जेल अधीक्षक एके सिंह का कहना है कि जेल द्वारा कराए गए मेडिकल में आकाश के हेड इंजरी की बात लिखी है। जिला अस्पताल में मेडिकल किस तरह होता है। इस पर मैं कुछ नहीं कहूंगा। घटना की जांच जेल स्तर से भी कराई जा रही है जो भी दोषी होगा, उसे सजा जरूर मिलेगी।

रातभर मुस्तैद रहे अधिकारी, छावनी बना हिमांयुपुर चौराहा
जेल में बंदी की मौत के बाद परिजन के साथ समर्थकों ने शुक्रवार रात पथराव करते हुए एंबुलेंस सहित कई वाहन तोड़ दिए थे। करीब 30 मिनट बाद पहुंची पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए मामला शांत करा दिया। इसके बाद निगरानी के लिए रात भर पुलिस प्रशासनिक अधिकारी घटना स्थल पर मुस्तैद रहे। रात भर पूरा हिमांयुपुर छावनी में तब्दील रहा। जिले के अलावा एटा, मैनपुरी और मथुरा का फोर्स भी यहां तैनात किया गया था।

थाना दक्षिण पुलिस द्वारा 19 जून को बाइक चोरी के मामले में आकाश नाम के युवक को जेल भेजा गया था। जिसकी शुक्रवार की सुबह मौत हो गई। मौत के बाद कई राजनीतिक दलों ने परिजन के समर्थन करते हुए पोस्टमार्टम गृह पर धरना-प्रदर्शन कर नारेबाजी की थी।

पोस्टमार्टम के बाद हिमांयुपुर चौराहे पर एंबुलेंस रुकवाकर धरना दिया। धरना शुरू होने के करीब एक घंटे बाद ही समर्थक हिंसक बन गए। उन्होंने जमकर उपद्रव मचाकर अराजकता फैलाई।

सरकारी एंबुलेंस के साथ पुलिस की गाड़ियां तोड़ डाली। इतना ही नहीं जमकर पथराव और फायरिंग करने के साथ एक बाइक को आग के हवाले भी कर दिया। पहले तो पुलिस मौके से निकल गई। फिर पूरे अमले के साथ उपद्रवियों पर लाठियां चलाई। जब कहीं जाकर मामला शांत हुआ।

परिजन शव छोड़कर मौके से भाग निकले। सुरक्षा की दृष्टि से डीएम रमेश रंजन, एसएसपी सौरभ दीक्षित, एडीएम विशु राजा, एसपी सिटी सर्वेश कुमार मिश्र सहित सभी सर्किल के सीओ, एसडीएम व ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कृतिराज सहित आला अधिकारी मौके पर मुस्तैद रहे।

सुबह करीब चार बजे तक पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों का अमला मौके पर मुस्तैद होकर निगरानी करता रहा। रात करीब दो बजे मैनपुरी के सीओ, कई थानों का फोर्स के साथ मथुरा का फोर्स भी मौके पर पहुंच गया था।