प्रदेश को ग्रीन हाइड्रोजन कॉरिडोर स्थापित करने का एक प्रस्ताव मिला है। यूके की एचएलसी लाइफ केयर टेक्नालोजी ने सरकार को 16000 करोड़ रुपये से अधिक (दो बिलियन अमेरिकी डॉलर) निवेश का यह प्रस्ताव दिया है। पहले चरण में इसमें 500 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है। इस प्रस्ताव पर अमल से 1800 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिल सकेगा। शासन ने इन्वेस्ट यूपी के सीईओ को निवेशक को सहयोग के लिए निर्देशित किया है। कंपनी दूसरे राज्यों में भी इकाई स्थापना के विकल्प पर विचार कर रही है।
भविष्य में स्वच्छ ऊर्जा की बढ़ती मांग और केंद्र सरकार की ग्रीन हाइड्रोजन के प्रोत्साहन से जुड़ी योजना के मद्देनजर इंग्लैंड की कंपनी ने यूपी में पवन व सौर ऊर्जा आधारित 1500 मेगावाट का पॉवर प्लांट व 300 मेगावाट का इलेक्ट्रोलाइजर लगाने का प्रस्ताव दिया है। कंपनी के प्रबंध निदेशक संजय शर्मा ने बताया कि अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त को प्रस्ताव उपलब्ध कराया गया है।
कंपनी 10 वर्ष में चरणबद्ध तरीके से 16 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी। तत्काल 500 करोड़ रुपये निवेश की योजना है। इसके लिए ऐसे स्थान पर 2500 एकड़ जमीन की मांग की गई है, जहां पानी की भी उपलब्धता हो। उन्होंने बताया कि कंपनी ने दो वर्ष में प्रोजेक्ट के पहले चरण को चालू करने का लक्ष्य तय किया है। इसके लिए जल्द से जल्द जमीन की आवश्यकता है। बुंदेलखंड में जमीन मिले तो प्राथमिकता दी जाएगी।