लखनऊ-कानपुर हाईवे पर गुरुवार दोपहर करीब 12:40 बजे एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया, जब तेज रफ्तार से जा रही कार अचानक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे लगी लोहे की सुरक्षा ग्रिल से जा टकराई। दुर्घटना में कार का अगला हिस्सा ग्रिल से आर-पार हो गया, जिससे आगे की सीट पर बैठे 24 वर्षीय युवक की मौके पर ही मृत्यु हो गई। कार चला रहे युवक की जान एयरबैग खुलने से बच गई।
जानकारी के अनुसार, सिद्धार्थनगर जनपद के कदमहवा गांव निवासी आकाश राजभर अपने साथी तुलसीपुर, बलरामपुर निवासी रघुवर के साथ फर्रुखाबाद जा रहा था। दोनों सुबह सिद्धार्थनगर से रवाना हुए थे और गुरुवार दोपहर चमरौली गांव के पास पहुंचे थे। कार रघुवर चला रहा था, जिसे संभवतः झपकी लगने के कारण वाहन अनियंत्रित हो गया और सड़क किनारे लगी ग्रिल में जा घुसा।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, जिस स्थान पर कार टकराई, वहां लोहे की ग्रिल का सिरा खुला था और पिलर से न जुड़ा होने के कारण वह कार के भीतर घुस गई। यह ग्रिल कार के बाएं टायर के ऊपर से होती हुई सीधा आकाश के पेट में जा धंसी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। दुर्घटना में रघुवर को मामूली चोटें आईं और प्राथमिक उपचार के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
दुर्घटना के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों की उपस्थिति में आगे की कार्रवाई की जाएगी। आकाश तीन भाइयों में सबसे बड़ा था और परिवार में दो बहनें भी हैं।
सुरक्षा ग्रिल की खामी से जानलेवा साबित हुआ टकराव
हादसे की पड़ताल में सामने आया कि हाईवे पर बन रही सुरक्षा ग्रिल के किनारों पर पिलर नहीं लगाए गए थे, जिससे वह दुर्घटना के समय कार के भीतर तक घुस गई। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि ग्रिल को स्टील पिलर से ठीक तरह से जोड़ा गया होता, तो यह हादसा इतनी गंभीर स्थिति में न पहुंचता।
नींद बनी हादसे की वजह
रघुवर ने बताया कि लखनऊ तक कार आकाश चला रहा था। थकान के कारण उसने कार रघुवर को सौंप दी। कुछ ही दूरी पर रघुवर को भी नींद की झपकी आई, जिससे नियंत्रण खो गया और दुर्घटना हो गई।