नए मंत्रिमंडल में राज्य के 75 जिलों में 35 जिलों के नेताओं को जगह मिली

योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में दूसरी बार शपथ ली। योगी के साथ 52 मंत्रियों ने भी शपथ ली। नए मंत्रिमंडल में राज्य के 75 जिलों में 35 जिलों के नेताओं को जगह मिली है। वहीं, 40 जिलें ऐसे हैं जिन्हें योगी मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व नहीं मिला है। आगरा जिले से सबसे ज्यादा चार मंत्री बनाए गए हैं। वहीं, चार जिले ऐसे हैं जहां से तीन-तीन मंत्री बने हैं। 

मुख्यमंत्री योगी के जिले गोरखपुर समेत आठ जिलों से दो-दो मंत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जिले से दो मंत्री हैं। खुद मुख्यमंत्री के अलावा निषाद पार्टी के प्रमुख संजय निषाद भी गोरखपुर जिले से आते हैं। पड़ोसी जिले देवरिया, बलिया, हरदोई, सीतापुर, बरेली, मेरठ और सहारनपुर जिले से भी दो-दो मंत्री बनाए गए हैं। 

सबसे ज्यादा चार मंत्री आगरा से 
योगी की नई कैबिनेट में आगरा का दबदबा सबसे ज्यादा बढ़ा है। जिले में नौ विधानसभा सीटें हैं। इस बार यहां की सभी सीटों पर भाजपा को जीत मिली है। नौ विधायकों में से तीन को मंत्री बनाया गया है। इनमें आगरा ग्रामीण से जीतीं बेबीरानी मौर्य, एत्मादपुर से जीते धर्मपाल सिंह और आगरा दक्षिण से जीते योगेंद्र उपाध्याय शामिल हैं। वहीं, आगरा से आने वाले एमएलसी धर्मवीर प्रजापति भी मंत्री बनाए गए हैं। 

 13 जिले ऐसे जहां एक से ज्यादा मंत्री
कुल 13 जिले ऐसे हैं जहां के एक से ज्यादा नेता मंत्री बने हैं। इनमें आगरा से चार, वाराणसी, अलीगढ़, कानपुर देहात और शाहजहांपुर से तीन-तीन मंत्री बने हैं। वहीं, आठ जिलों से दो-दो नेताओं को मंत्री बनाया गया है।
 
इन जिलों को मिले एक से ज्यादा मंत्री

जिलाकितने मंत्रीकुल विधानसभा सीटें
आगरा49
शाहजहांपुर36
कानपुर देहात34
अलीगढ़37
वाराणसी38
गोरखपुर29
देवरिया27
बलिया27
हरदोई28
सीतापुर29
बरेली29
मेरठ27
सहारनपुर27

इन जिलों से एक-एक मंत्री
राजधानी लखनऊ, प्रयागराज सहित कुल 22 जिलों से एक-एक नेता को मंत्री बनाया गया है। इनमें मुजफ्फरनगर, संभल, रामपुर, बागपत, मथुरा, पीलीभीत, लखनऊ, अमेठी, कान्नौज, ललितपुर, बांदा, प्रयागराज, बाराबंकी, जौनपुर, एटा, जालौन, मुरादाबाद, मऊ, चित्रकूट, गाजियाबाद, रायबरेली और कौशांबी जिले शामिल हैं।  

कानपुर नगर, अयोध्या समेत 40 जिलों को नहीं मिला योगी मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्वराज्य के कुल 40 जिले ऐसे हैं जिन्हें नए मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व नहीं मिल सका है। इसमें कई बड़े जिले भी शामिल हैं। कानपुर नगर जिला जहां से 10 विधानसभा सीटें हैं। इनमें से छह सीटों पर भाजपा, एक पर उसकी सहयोगी अपना दल को जीत मिली थी। वहीं, तीन सीटों पर सपा ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद भी जिले से कोई मंत्री नहीं बना है। इसी तरह अयोध्या जिले जहां से चुनाव से पहले योगी आदित्यनाथ के चुनाव लड़ने की अटकलें थी, वहां से भी कोई मंत्री नहीं बनाया गया है। जिले की पांच में से तीन सीटों पर भाजपा को जीत मिली है। 

अखिलेश-आजम के जिलों से भी बनाए गए मंत्री
सपा प्रमुख अखिलेश यादव मैनपुरी जिले की करहल सीट से जीते हैं। मैनपुरी जिले में की चार में दो सीटों पर भाजपा को जीत मिली है। मैनपुरी सीट से जीते जयवीर सिंह को मंत्री बनाया गया है। इसी तरह रामपुर जिले की रामपुर सीट से आजम खान जीते हैं। जिले की पांच में से तीन सीटें सपा और दो सीटें भाजपा को मिली हैं। जिले की बिलासपुर सीट से जीते बलदेव औलख को फिर से मंत्री बनाया गया है।

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