उत्तर प्रदेश के बागपत में उगाए जाने वाले प्रसिद्ध रटौल आम (Rataul Mango) को वाराणसी में आयोजित एक कार्यक्रम में भौगोलिक संकेत रजिस्ट्री द्वारा भौगोलिक संकेत (GI) प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया. रटौल गांव के आधार पर इस किस्म का नामकरण हुआ है. यह अपनी खास सुगंध और स्वाद के कारण आम लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है. रटौल मैंगो प्रोड्यूसर एसोसिएशन अपने भौगोलिक संकेत प्रमाणन के लिए 10 वर्षों से अधिक समय से प्रयास कर रहा था.
कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक पाकिस्तान (Pakistan) भी इस आम के स्वामित्व के लिए दावा करता रहता है, लेकिन मूल रूप से इस आम की उत्पत्ति उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के रटौल गांव से हुई है. इसकी जीआई प्रमाणन प्रक्रिया को केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, लखनऊ द्वारा वर्ष 2020 में एक सूत्रधार के रूप में तेज किया गया था. अंततः उसे जीआई मिला.