कालिंदी एक्सप्रेस को डिरेल करने की साजिश की जांच में जुटी पुलिस व जांच एजेंसियों को नेवादा टोल प्लाजा के कई बार गुजरे बाइक सवार दो संदिग्ध युवकों की तलाश है। टोल प्लाजा की फुटेज को खंगालने पर जांच अधिकारियों को एक बाइक पर सवार दो संदिग्ध ऐसे दिखे है जो चार बार शिवराजपुर व दो बार बिल्हौर की ओर गए। फुटेज धुंधली होने की वजह से चेहरे साफ नहीं है लेकिन साइबर टीमों की मदद से युवकों के चेहरे पहचानने के लिए कोशिश शुरू कर दी है।
दरअसल, साजिशकर्ताओं की तलाश में जुटी पुलिस और जांच एजेंसियों की टीमों को नेवादा टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरे में घटना वाली रात की एक फुटेज में 1 मिनट 26 सेकेंड की फुटेज मिली है जिसमें घटना के बाद बाइक सवार दो युवकों के टोल प्लाजा के पास आकर रुकने और हादसे वाली दिशा में देखते हुए बात करने और फिर कुछ देर बाद वहां से शिवराजपुर की ओर जाते दिखे।

जांच अधिकारी उस बाइक पर सवार युवकों की तलाश कर रही है ताकि उनसे वहां रुकने का कारण जाना जा सके। चूंकि पुलिस मामले की जांच की जद में आने वाली हर व्यक्ति से पूछताछ कर रही है। ऐसे में इन युवकों की बाइक व चेहरे के जरिये तलाश शुरू कर दी गई है।

चार बार शिवराजपुर दो बार बिल्हौर की ओर जाते दिखे बाइक सवार
पुलिस सूत्रों के मुताबिक बाइक सवार दोनों संदिग्ध घटना वाले दिन ही चार बार शिवराजपुर और दो बार बिल्हौर की तरफ गए हैं। टोल प्लाजा के अन्य सीसीटीवी फुटेज से इस बात की पुष्टि हुई है। ऐसे में अधिकारी यह जानना चाह रहे हैं कि आखिर वह इतनी बार घटनास्थल के आसपास क्यों रहे।

वीडियो एटीएस समेत अन्य एजेंसियों को भी उपलब्ध कराया गया है। इसे और साफ करने का प्रयास उनकी साइबर टीम द्वारा किया जा रहा है। पुलिस द्वारा अब इन दोनों की तलाश की जा रही है।

टोल प्लाजा के कर्मचारियों से की गई पूछताछ
जांच टीमों ने सीसीटीवी फुटेज हासिल करने के बाद टोल प्लाजा के कर्मियों से भी गहनता से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान उन्होंने बाइक का नंबर जानने के साथ ही यह जानने का प्रयास किया कि बाइक सवार लोकल के हैं या उन्हें पहली बार देखा गया है। सूत्रों के अनुसार पूछताछ में टीम को कुछ अहम जानकारियां प्राप्त हुई हैं जिनका सत्यापन किया जा रहा है।