उत्तर प्रदेश के कानपुर में ही हुए हिंसा के बाद आरोपियों की धरपकड़ लगातार जारी है। आरोपियों के खिलाफ सख्ती से निपटने की भी तैयारी है। माना जा रहा है कि कानपुर हिंसा में जो लोग भी संलिप्त पाए जाएंगे, उन पर बुलडोजर की भी कार्रवाई की जा सकती है। इन सबके बीच कानपुर शहर के काजी मौलाना अब्दुल कुद्दूस हादी का भी बयान सामने आ गया है। मौलाना अब्दुल हादी ने कहा कि अगर कानपुर में बुलडोजर चला तो हम लोग सर पर कफन बांध कर बाहर निकलेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले को लेकर एक तरफा कार्रवाई हो रही है। उनका दावा है कि 90 से 95 फीसद मुसलमानों को ही गिरफ्तार किया जा रहा है।
मौलाना ने कहा कि इसमें केवल मुसलमानों की ही गलती नहीं है। हां, यह जरूर है कि जुलूस निकाला गया। लेकिन उनके ऊपर पत्थर मारे गए हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अगर यही होना है तो हम मरने के लिए निकल पड़ेंगे। दूसरी ओर, इस मामले को लेकर कानपुर संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि अब तक 50 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। पिछले 24 घंटों में 12. गिरफ्तारियां हुई हैं और अभी भी जारी हैं। जो पोस्टर जारी किए गए थे, उनकी तस्वीरों का सावधानीपूर्वक मिलान किया जा रहा है और उसके बाद ही कार्रवाई की जा रही है। 3 प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। माना जा रहा है कि जो गिरफ्तारियां हुई हैं, उसमें कुछ नाबालिग भी हैं। पुलिस उनकी भूमिका को बारीकी से देख रही है।
कानपुर हिंसा की जांच के लिए कानपुर के पुलिस आयुक्त ने विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी समेत गिरफ्तार लोगों को रविवार को विशेष मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस ने कानपुर में हिंसा और पथराव की घटना के एक दिन बाद शनिवार को 500 से अधिक लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए थे, हिंसा की घटनाओं में 40 लोग घायल हो गए थे। एसएचओ ने कहा कि हयात और उनके समर्थकों ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में शुक्रवार को दुकानें बंद रखने का आह्वान किया था। प्राथमिकी में कहा गया है कि दंगाइयों ने घातक हथियारों का इस्तेमाल किया, पेट्रोल बम फेंके और सड़कों पर हंगामा किया, जिससे इलाके में दहशत फैल गई।