बहराइच से लेकर लखीमपुर खीरी तक वन्यजीवों ने आतंक मचा रखा है। खीरी जिले में सियार के हमले का मामला सामने आया है। मैगलगंज थाना क्षेत्र के कुसमी गांव में खेत में काम रहे चाचा-भतीजा पर सियार ने हमला कर दिया। जिससे दोनों घायल हो गए। घायल निजी वाहन से मितौली सीएचसी पहुंचे, जहां अपना उपचार कराया।
मैगलगंज थाना क्षेत्र के कुसमी गांव के रहने वाले धर्मेश सिंह (33) शुक्रवार सुबह अपने गन्ने के खेत में काम रहे थे। तभी पीछे से सियार ने हमला कर दिया। जब तक धर्मेश समझ पाते तब तक सियार ने उनके पैर को पकड़ लिया। काफी प्रयासों के बाद धर्मेश को सियार ने छोड़ा। धर्मेश बताते हैं कि जब वह भागने लगे तब फिर से सियार ने उन पर हमला कर दिया और पैर पकड़ लिया।
तीसरी बार हमला करने की कोशिश की, तब धर्मेश भाग निकले। धर्मेश के खेत से करीब 200 मीटर दूर पर गांव के इंद्रपाल सिंह गन्ने के खेत मे घास काट रहे थे। उन पर भी सियार ने हमला कर दिया। उनके हाथ में काट लिया। इंद्रपाल सिंह ने बताया कि उन्होंने सियार को गन्ना मारा, जिससे छोड़कर भागा। घायल चाचा-भतीजे गांव पहुंचे तो दोनों घायलों को निजी वाहन से मितौली सीएचसी लाया गया।
धौरहरा क्षेत्र में भेड़िये का मचा शोर
धौरहरा वन रेंज के गांव देवीपुरवा में बृहस्पतिवार की रात खेत की रखवाली करने गए युवक पर जंगली जानवर ने हमला कर दिया, जिससे वह घायल हो गया। ग्रामीणों ने भेड़िया होने की बात कही, जबकि वन विभाग सियार होने की बात कह रहा है। प्रधान सुरेन्द्र वर्मा ने भी एक सियार होना बताया है, जो दो-तीन दिन से जानवरों पर भी हमला कर रहा है। जंगली जानवर के हमले से ग्रामीणों में दहशत है। रेंजर नृपेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि कोई सियार है। कुछ मवेशियों पर भी हमला कर चुका है।