काशी में बोलीं माधवी लता; हैदराबाद सीट पर ओवैसी को दे रहीं हैं टक्कर

कल तक कश्मीर पर कोई भी निर्णय केंद्र सरकार नहीं ले सकती थी। 70 सालों में कश्मीरियों की जिन्दगी बर्बाद हो गई। न विकास, न प्रकाश था। भूख से बेहाल कश्मीरियों को मिलती थी सिर्फ गोलियां। क्षेत्रीय दलों ने केंद्र का पैसा खुद खा गए। 370 के नाम पर आम कश्मीरियों का केवल शोषण हुआ। न शिक्षा मिली, न रोजगार केवल आतंकवादी होने का ठप्पा मिला। यह कश्मीर से आए पुलवामा जिले के टहब गांव के सरपंच बेलाल अहमद का दर्द है जो इन्होंने बयान किया।

विशाल भारत संस्थान एवं मुस्लिम महिला फाउण्डेशन के संयुक्त तत्वावधान में 370 के खात्मे से पीओके की वापसी का सफर विषयक राष्ट्रीय परिचर्चा का आयोजन लमही के सुभाष भवन में किया गया। राष्ट्रीय परिचर्चा की मुख्य अतिथि हैदराबाद की सामाजिक कार्यकर्ता माधवी लता ने सुभाष मंदिर में मत्था टेका और सुभाष चंद्र बोस की आरती और दीपोज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। हैदराबाद में अवैसी के खिलाफ मोर्चा खोलने वाली माधवी लता का भव्य स्वागत काशी में किया गया।

कश्मीर के सामाजिक कार्यकर्त्ता राजा रईस ने कहा कि 370 के खत्म होने से विकास की बयार बह रही है। केंद्र का पैसा गांवों तक पहुंच रहा है। हमारे कश्मीर का विकास देखकर पीओके के लोग तड़प रहे हैं। वो हमसे मिलना चाहते हैं। अभी कश्मीर अधूरा है, जल्द ही कश्मीर का हिस्सा भी मिल जाएगा। पीओके में रहने वाले खुद हिन्दुस्तान का झंडा उठा रहे हैं।

मुख्य अतिथि माधवी लता ने कहा कि मजबूत सरकार ने 370 को खत्म कर दिया। अब वही सरकार पीओके वापस लाकर भारत माँ को ताज पहनाएगी। आज कश्मीर का नौजवान खुश है, क्योंकि अब उसे आतंकवादी नहीं समझा रहा है। राहुल अगर कश्मीर जा पा रहे हैं, तो वह आज का बदला हुआ माहौल है। मजबूत सरकार बनेगी और पीओके वापस आएगा। आरक्षण मजहब के नाम पर नहीं बल्कि गरीब, दलित, महिलाओं को मिलेगा जो सभी धर्म और पंथ पर लागू होगा।

विशिष्ट अतिथि मो. फैज खान ने कहा कि भारत में रजाकारों की पार्टी हारेगी, राष्ट्रवादियों की पार्टी जीतेगी। कश्मीर हमारा है, हमारा ही रहेगा। जिन लोगों ने देश को धर्म के आधार पर बांटकर नफरत फैलाई, देश का विभाजन किया, देश उन्हें कभी माफ नहीं रहेगा। मोदी जी के नेतृत्व में देश में सामाजिक सौहार्द्र स्थापित किया जा रहा है।

विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजीव श्रीगुरुजी ने कहा कि 370 की समाप्ति ने पीओके की वापसी का रोडमैप तैयार कर दिया है। पाकिस्तान के जुल्मों सितम ने पीओके के बच्चों को भी नहीं बख्शा। पीओके के लोग भारत की ओर देख रहे हैं। वहां तिरंगा फहराने के लिए हर भारतीय तैयार बैठा है। अब पीओके की वापसी के लिए कश्मीरी तड़प रहे हैं। दोनों तरफ हिन्दुस्तानी हैं, बस मिलना बाकी है। 

ठाकुर राजा रईस ने कहा कि भाजपा के दौर में कश्मीर में जितना कार्य हो रहा है उनता काम पिछले 70 साल की सरकारों में नहीं हुआ। धारा 370 हट जाने के बाद कश्मीर में अमन का माहौल है। कश्मीर लगातार विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है।

इनकी रही उपस्थिति
गुलाब श्रीवास्तव, डॉ. नजमा परवीन, डॉ. मृदुला जायसवाल, आभा भारतवंशी, नौशाद अहमद दूबे, ज्ञान प्रकाश, मुस्ताक अहमद जई, बेलाल अहमद, इशफाक अहमद, विवेकानन्द सिंह, सचिन सिंह, अंकित सिंह, आकाश यादव, अफरोज, अनिल पाण्डेय, सत्यम, खुर्शीदा, राब्या, फरजाना, कमरूननिशा, नूरजहां, जुलेखा बीबी, शाहीना, सलमान, अफसर बाबा, अनस, मो. फैज, शमसाद, बसर, इरम सबा, रौशन जहां, पूनम, सरोज, सनी, राहुल, अखिल, अनुज, भरत, राम मिलन, डॉ. धनंजय यादव, इली भारतवंशी, खुशी भारतवंशी, उजाला भारतवंशी, दक्षिता भारतवंशी आदि।

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