लोकसभा सीट से लेकर तीनों विधानसभा सीटों पर भारी पड़ने वाली सपा का वर्तमान में सिर्फ सदर सीट पर कब्जा है। इस बार तीनों सीटों पर जीत दर्ज करने के लिए अखिलेश यादव को अग्निपरीक्षा से गुजरना होगा। प्रधानमंत्री की जनसभा के बाद अगर मोदी लहर में तीनों सीटें खिसकती हैं तो सपा का गढ़ पूरी तरह से ढह जाएगा।
इसी को देखते हुए 16 फरवरी को अखिलेश, पत्नी डिंपल यादव के साथ रोड शो करेंगे। इसमें उनका साथ ममता बनर्जी देंगी। 2012 में समाजवादी पार्टी ने जिले की तिर्वा, छिबरामऊ और सदर सीट से जीत हासिल की थी। इसका पूरा श्रेय अखिलेश यादव पर गया था।
कन्नौज की जनता ने अखिलेश को सीएम बनाने की मांग की तो पूरी भी हुई। भाजपा ने सपा के गढ़ में सेंध लगाने की कवायद शुरू की। 2017 के विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने कन्नौज में रैली की थी। 15 फरवरी 2017 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरसहायगंज के आर्मी मैदान में जनसभा की थी।

इस से मोदी लहर ऐसी चली कि छिबरामऊ विधानसभा प्रत्याशी अर्चना पांडेय को 112209 वोट मिले। सपा प्रत्याशी अरविंद सिंह यादव तीसरे स्थान पर रहे। दूसरे स्थान पर बसपा के ताहिर हुसैन सिद्दीकी को 74985 मत मिले। इस जनसभा से उठी मोदी लहर तिर्वा विधानसभा तक पहुंची।
तिर्वा विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी कैलाश राजपूत को 100426 वोट मिले और उन्होंने सपा के प्रत्याशी शिक्षा राज्यमंत्री विजय बहादुर पाल को करारी शिकस्त दी। सिर्फ सदर विधानसभा सीट पर सपा के अनिल दोहरे ने तीसरी बार जीत हासिल की थी। पीएम की रैली के बाद राजनीतिक समीकरण भांपकर अखिलेश यादव और उनकी पत्नी पूर्व सांसद डिंपल यादव 16 फरवरी को तीनों विधानसभा क्षेत्रों में रोड शो करेंगे। उनके साथ पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के होने की बात कही जा रही है।
जिले की सियासत को भाया पहला अक्षर- अ
जिले की तीनों विधानसभा सीटों पर वर्णमाला का पहला अक्षर अ खूब भाया है। संयोग से अ से शुरू नामों की अच्छी खासी भरमार है। सदर विधानसभा में सपा प्रत्याशी अनिल दोहरे, भाजपा से असीम अरुण हैं। इसी तरह छिबरामऊ में भाजपा से अर्चना पांडेय तो सपा से अरविंद सिंह यादव हैं। तिर्वा से सपा से अनिल पाल और बसपा से अजय वर्मा मैदान में हैं। सपा के तीनों प्रत्याशी नाम अ अक्षर से शुरू होने वाले हैं। इसी तहर भाजपा के दो प्रत्याशियों के नाम अ अक्षर से शुरू होते हैं।