उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में सरयू नदी के कछार में सक्रिय आदमखोर भेड़िया ग्रामीणों की नींद उड़ा रहा है। पिछले 15 दिनों में आधा दर्जन गांवों में लोग भय और दहशत में जी रहे हैं। वन विभाग की लगातार छापेमारी और सर्च ऑपरेशन के बावजूद भेड़िया पकड़ से बाहर है।
कैसरगंज और महसी के कछार क्षेत्र में वन विभाग ने माहभर से अधिक समय से सघन अभियान चलाया। ड्रोन की मदद, ट्रैप और विशेषज्ञों की सहायता के बावजूद भेड़िया दिन-प्रतिदिन आबादी के नजदीक पहुंचकर हमला कर रहा है।
वन विभाग ने स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए राज्य सरकार को पत्र भेजकर भेड़िये को देखते ही मार गिराने की अनुमति मांगी है। आदेश मिलने के बाद ‘शूट एट साइट’ ऑपरेशन शुरू किया जाएगा।
कैसरगंज के रेंजर ओंकार नाथ यादव ने बताया कि भेड़िये को पकड़ने की हर संभव कोशिश की जा रही है, लेकिन स्थिति गंभीर होती जा रही है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा और जान-माल के मद्देनजर यह कदम जरूरी हो गया है।
पिछले 15 दिनों में भेड़िये ने चार बच्चों की जान ले ली है। लगातार हमलों से ग्रामीणों में डर और नाराजगी दोनों है। वन विभाग की नाकामी पर सवाल उठ रहे हैं। डीएफओ बाराबंकी, गोंडा और श्रावस्ती की निगरानी में 32 टीमों के अलावा एसएसबी, स्थानीय पुलिस और पंचायत विभाग के कर्मचारी अभियान में लगे हुए हैं, लेकिन अब तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है।