मथुरा। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर की सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित हाई पावर मैनेजमेंट कमेटी ने गुरुवार को कई अहम फैसले लिए। समिति ने मंदिर में वीआईपी दर्शन पर पूरी तरह रोक लगाने का निर्णय लिया है और वीआईपी कटहरा भी हटाया जाएगा। मंदिर के दर्शन समय को बढ़ाया गया है और श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के बाहर दर्शन की लाइव स्ट्रीमिंग भी कराई जाएगी।
कमेटी की बैठक कलक्ट्रेट सभागार में उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति अशोक कुमार की अध्यक्षता में हुई। बैठक में चुने गए चार सेवायतों और वरिष्ठ अधिकारियों ने तीन घंटे तक चर्चा की। वीआईपी दर्शन व्यवस्था को दर्शन में सबसे बड़ी बाधा माना गया। वर्तमान में वीआईपी दर्शन के लिए 100 रुपये में पर्ची दी जाती थी, जिससे आम श्रद्धालुओं को असुविधा होती थी।
समिति ने प्रवेश और निकास के लिए अलग द्वार रखने का निर्देश दिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तीन दिनों के भीतर यह व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। मंदिर में तैनात सभी पुलिसकर्मी और प्राइवेट सुरक्षा गार्ड अपने निर्धारित स्थानों पर ही ड्यूटी करेंगे। यदि कोई विचरण पाया गया तो विधिक कार्रवाई की जाएगी।
सिक्योरिटी में सुधार के लिए प्राइवेट सुरक्षा कर्मियों को बदलकर अनुभवी या रिटायर्ड सैनिकों वाली एजेंसी लगाई जाएगी। इसके अलावा, मंदिर परिसर का आंतरिक स्ट्रक्चर IIT रुड़की से ऑडिट कराने पर भी सभी ने सहमति दी।
मंदिर के दर्शन का समय अब इस प्रकार रहेगा:
- गर्मी में: प्रातः 7:00–7:15 आरती, 7:15–12:30 दर्शन, 12:30–12:45 आरती; शाम 4:15–9:30 दर्शन, 9:30–9:45 आरती।
- सर्दियों में: प्रातः 8:00–8:15 आरती, 8:15–1:30 दर्शन, 1:30–1:45 आरती; शाम 4:00–9:00 दर्शन, 9:00–9:15 आरती।
मंदिर में दर्शन की लाइव स्ट्रीमिंग लगातार जारी रहेगी।
समिति ने मंदिर की चल-अचल संपत्ति का ऑडिट कराने और 2013–2016 का विशेष ऑडिट पूरा करने का निर्देश भी दिया। इसके अलावा गर्भगृह के पास बंद कमरे को खोलने और उसकी वीडियोग्राफी कर इन्वेंटरी बनाने के लिए एक विशेष कमेटी बनाई गई है।