आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने संभल हिंसा में मारे गए पांच युवकों को शहीद बताते हुए संभल जाने का एलान किया है। वहीं अजमेर दरगाह को लेकर भी बड़ा बयान देते हुए इसको मुसलमानों को परेशान करने की निती बताया है। मौलाना के बाद जिला प्रशासन व पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई हैं।
वहीं आईएमसी प्रमुख की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने संभल जाने का एलान करते हुए कहा कि जामा मस्जिद पर सर्वे के आदेश के बाद अजमेर की गरीब नवाज दरगाह में मंदिर होने की याचिका अदालत ने स्वीकार की है। उन्होंने कहा कि आखिर यह सब क्या हो रहा है, कौन लोग हैं?
जो प्लानिंग के साथ मुल्क में बद अमनी चाहते हैं, यह जग जाहिर है। वर्शिप एक्ट के होते हुए भी यह सब हो रहा है। संभल हिंसा में मारे गए पांच लोगों को शहीद बताते हुए कहा उनके परिजनों से मिलकर, उनकी हर संभव सहायता करेंगे। जिन बेगुनाहों को जेल भेजा गया है, उन्हें कानूनी सहायता भी मुहैया कराएंगे।
दबाव डालकर जुमा घर में पढ़ने को कर रहे मजबूर
मौलाना ने कहा कि संभल में अब दबाव डालकर मस्जिदों से एलान कराया जा रहा है कि जुमे की नमाज घरों में पढ़ें, जबकि जुमा नमाज घर में नहीं पढ़ी जा सकती। सिर्फ मुसलमानों को परेशान करने के लिए मस्जिद और दरगाहों में मंदिर ढूंढे जा रहे हैं। उन्होंने एलान करते हुए कहा कि जुमा की नमाज अदा करने के बाद वहं संभल जाएंगे।
पुलिस व खुफिया एजेंसियों की मौलाना पर पैनी नजर
बृहस्पतिवार को मौलाना तौकीर रजा के एलान के बाद से ही पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने मौलाना पर नजर रखना शुरू कर दी है। पुलिस के आलाधिकारियों ने बताया कि उन्हें शासन व प्रशासन से जैसे निर्देश मिलेंगे, उसके तहत ही कार्रवाई की जाएगी। वहीं मौलाना की ओर से भी इस मामले में कोई सूचना आदि पुलिस व जिला प्रशासन को नहीं दी गई है। ऐसे में जुमा की नमाज के बाद या फिर उससे पहले मौलाना को नजरबंद भी किया जा सकता है।