भूनी टोल प्लाजा विवाद: 180 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज, ग्रामीणों में गुस्सा

मेरठ-करनाल हाईवे पर स्थित भूनी टोल प्लाजा पर 17 अगस्त की रात हुई मारपीट और हंगामे के मामले में नया मोड़ सामने आया है। टोल संचालित करने वाली कंपनी ने तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। कंपनी के आईटी हेड अमित कुमार की ओर से थाना सरूरपुर में 150 से 180 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।

एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि 18 अगस्त को बड़ी संख्या में लोग टोल प्लाजा पहुंचे और बैरियर, कैमरे, कंप्यूटर सिस्टम, सेंसर व बूथों को क्षतिग्रस्त कर दिया। इसके बाद भीड़ ने कंट्रोल रूम में घुसकर एसी, फर्नीचर और अन्य उपकरण तोड़ दिए तथा जबरन टोल फ्री करा दिया। करीब छह घंटे तक टोल प्लाजा पर भीड़ का कब्जा रहा, जिससे भारी राजस्व नुकसान हुआ और यात्रियों को दिक़्क़तों का सामना करना पड़ा।

पुलिस का कहना है कि घटना की सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध है और फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है। पहचान होने पर उन्हें नामजद कर कार्रवाई की जाएगी।

इस बीच, एफआईआर दर्ज होने पर स्थानीय लोगों में नाराज़गी है। ग्रामीणों का कहना है कि घटना के पंद्रह दिन बाद मुकदमा दर्ज करने का औचित्य समझ से परे है। उन्होंने उच्चाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से शिकायत करने की चेतावनी दी है।

इधर, टोल पर मारपीट में घायल हुए सेना के जवान कपिल का इलाज मिलिट्री हॉस्पिटल में जारी है। डॉक्टरों के अनुसार अब उनकी स्थिति में सुधार है, हालांकि वह पिछले 17 दिनों से अस्पताल में भर्ती हैं।

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