मेरठ। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि भारत में भी बांग्लादेश और श्रीलंका जैसे हालात हैं। यहां भी उसी तरह आंदोलन हो सकता है।
टिकैत ने मीडिया की भूमिका को भी कटघरे में खड़ा किया। कोलकाता में डॉक्टर के साथ दुष्कर्म व हत्या की घटना को निंदनीय बताते हुए कहा कि जिस तरह मीडिया में इस घटना को लेकर मुखरता देखने को मिल रही है, वैसी मणिपुर में देखने को नहीं मिली।
राकेश टिकैत मंगलवार को पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम के कार्यालय में बिजली संबंधी शिकायतों को लेकर उच्च अधिकारियों से वार्ता के लिए आए थे।
इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में कहा कि किसान आंदोलन में साढ़े सात सौ से अधिक किसानों ने बलिदान दिया, उस पर केंद्र सरकार ने कुछ नहीं नहीं बोला। ऐसा लग रहा है, जहां विपक्षी दलों की सरकारें हैं, उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।
उखाड़ देंगे मीटर
टिकैत ने कहा कि मुख्यमंत्री ने किसानों को निशुल्क बिजली देने की घोषणा की है, लेकिन मीटर लगाने की शर्त लगा दी गई। किसान ट्यूबवेल पर मीटर नहीं लगने देंगे। मीटर लगा तो उसे उखाड़ कर बिजली कार्यालय में जमा किया जाएगा।