प्रयागराज। एक ओर जहां आदमपुर एयरबेस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सैनिकों से मिलकर कृतज्ञता व्यक्त कर रहे थे और पूरा देश सेना के साथ खड़ा था, वहीं दूसरी ओर नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस में सेना के जवानों के साथ अभद्र व्यवहार का मामला सामने आया। मंगलवार शाम करीब चार बजे नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस की एसी बोगी में टीटीई ने गुवाहाटी और अन्य स्थानों के लिए इमरजेंसी ड्यूटी पर जा रहे सेना के 35 जवानों के साथ दुर्व्यवहार किया। टीटीई ने उन्हें भला-बुरा कहते हुए जनरल कोच में जाने के लिए मजबूर किया।
यात्रियों ने किया विरोध, जवानों को दिलाई सीट
जब टीटीई का दुर्व्यवहार देखा गया, तो बोगी में मौजूद यात्रियों ने इसका विरोध किया। वाराणसी के रमेश तिवारी, विमल सक्सेना सहित कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट किए और रेल मंत्री व प्रयागराज मंडल के डीआरएम को टैग कर मदद की गुहार लगाई। वायरल वीडियो में जवानों के साथ किए गए दुर्व्यवहार को देखकर लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। डीआरएम कार्यालय ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और जवानों के लिए सीटें उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
इमरजेंसी ड्यूटी पर जा रहे थे जवान
ये जवान कानपुर और फतेहपुर से नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस में सवार हुए थे। सीमा पर बढ़ते तनाव के कारण उनकी छुट्टियां रद्द कर दी गई थीं, और उन्हें गुवाहाटी और अन्य स्थानों पर तत्काल रिपोर्ट करने को कहा गया था। इनमें से दो जवान ऐसे भी थे जिनकी इसी महीने शादी थी, लेकिन उन्होंने कहा कि मातृभूमि की रक्षा का अवसर बार-बार नहीं मिलता।
टीटीई की वेशभूषा पर उठे सवाल
वीडियो में देखा गया कि टीटीई न तो ड्रेस कोड में था और न ही उसकी वेशभूषा सेवा नियमावली के अनुरूप थी। उसके शरीर पर टैटू भी थे, जिससे यात्रियों ने उसकी नीयत पर सवाल उठाए और कड़ी कार्रवाई की मांग की। यात्रियों का कहना था कि क्या यह व्यक्ति पाकिस्तान का समर्थक है, जो सेना के जवानों के साथ ऐसा व्यवहार कर रहा है।
रेल प्रशासन का त्वरित हस्तक्षेप
वीडियो के वायरल होने के बाद रेल प्रशासन हरकत में आया और जवानों को सीटें उपलब्ध करवाईं। हालांकि, यात्रियों ने टीटीई के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस घटना ने पूरे रेल महकमे में हड़कंप मचा दिया है और लोगों ने जवानों के प्रति टीटीई के व्यवहार पर कड़ी नाराजगी जताई है।