मोहसिन का निलंबन तो बहुत पहले ही हो जाना चाहिए था। लेकिन मेरे अधिकारियों को ई-मेल भेजने के बाद यह प्रक्रिया हुई। मेरे साथ गलत हुआ है, उसकी सजा मिलनी ही चाहिए। बर्खास्तगी होनी चाहिए। अब 20 मार्च को पहली सुनवाई है, उसको लेकर नर्वस हूं।
यह बात एसीपी मोहसिन खान के निलंबन की खबर पर आईआईटी कानपुर की पीएचडी छात्रा ने कही। छात्रा का कहना है कि मोहसिन ने गलत किया है। कहा कि खुद को सामान्य करने की कोशिश में लगी हूं। अपनी पीएचडी पूरा करने पर फोकस है लेकिन यह जीवन में किसी सदमे से कम नहीं रहा। संस्थान की ओर से काफी सहयोग मिला है। नाराजगी जताते हुए कहा कि निलंबन बहुत पहले होना चाहिए था। साथ ही गिरफ्तारी भी की जानी चाहिए थी लेकिन उसे परोक्ष रूप से कई लोगों ने मदद देने की कोशिश की। हालांकि उम्मीद जताई कि न्याय जरूर मिलेगा और आरोपी को उसके किए की सजा भी मिलेगी।