मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नशे के खिलाफ अभियान चलाया जाए। इस कारोबार में लिप्त लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए। उनकी संपत्ति जब्त की जाए। कोई भी असामाजिक व शरारती तत्व जो समाज के सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश करता है, उसे बख्शा न जाए। बगैर दबाव और संकोच के निष्पक्ष व प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री शनिवार को मुरादाबाद में मंडलीय अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। सर्किट हाउस में विकास और कानून व्यवस्था की समीक्षा के दौरान उन्होंने अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम के निर्देश दिए। कहा कि सेवा सुरक्षा और सुशासन के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है। आम आदमी की संतुष्टि सबसे महत्वपूर्ण है। शासन, प्रशासन से जुड़े सभी अधिकारियों व कार्मिकों को इसे समझना चाहिए।
उन्होंने कहा कि टैक्सपेयर के एक-एक पैसे का विकास कार्यों में अधिकतम सदुपयोग होना चाहिए। जनप्रतिनिधियों का सम्मान होना चाहिए और विकास से जुड़े उनके मामले लंबित नहीं रहने चाहिए। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। उनका भौतिक सत्यापन जरूर किया जाए। जनसमस्याओं के त्वरित निस्तारण पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि तहसीलदारों, प्राधिकरणों और जनमानस से जुड़े सभी कार्यालयों में प्रति दिन एक घंटे की अवधि जनसुनवाई के लिए होनी चाहिए। शिकायतें व समस्याएं सुनें और मेरिट पर उनका समय से निस्तारण करें। आईजीआरएसए सीएम हेल्पलाइन जनता की समस्याओं के निदान का अच्छा माध्यम बनकर उभरें हैं। अधिकारी विशेष ध्यान दें कि इसके प्रकरण लंबित न रहें। हर कार्यालय में इनकी सतर्क समीक्षा व मॉनीटरिंग होनी चाहिए।बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने मुरादाबाद जिले में 107 करोड़ रुपये के 27 विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उन्होंने लाकड़ीफाजलपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना के मकानों, मैनाठेर में गोशाला और ई-बसों के चार्जिंग स्टेशन का निरीक्षण भी किया। प्रधानमंत्री आवास योजना के दो लाभार्थियों को अपने हाथ से मकान की चाबी सौंपी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिना भेदभाव के सभी को आवास दिया जा रहा है। पीएम के नारे सबका साथ, सबका विकास को सार्थक किया जा रहा है। सर्किट हाउस में सीएम ने कुछ गर्भवतियों की गोदभराई भी की। मुख्यमंत्री की मंडलीय समीक्षा बैठक में अफसरों के साथ-साथ पक्ष-विपक्ष के जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
मंडलीय अफसर जिलों में, जिले के अधिकारी तहसीलों में करें रात्रि विश्राम
मुख्यमंत्री ने अफसरों को गतिशीलता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। उनका कहना है कि मंडल, रेंज, जोन के अफसर अलग-अलग जिलों में रात्रि विश्राम करें। इसी तरह डीएम, एसएसपी/एसपी तहसीलों में रुकें। इससे सरकारी मशीनरी एक्टिव बनी रहेगी। फील्ड में तैनात अधिकारी, कर्मचारी जनसमस्याओं के त्वरित निस्तारण के साथ संवेदनशील व्यवहार के प्रति भी गंभीर रहें। विशेष रूप से सीएमओ, डीआईओएस, बीएसए प्रत्येक दिन एक कार्यालय के निरीक्षण का प्रयास करें।
नवाचार से बढ़ाएं जिले की जीडीपी
सीएम ने अफसरों से कहा है कि जिले की जीडीपी बढ़ाने के लिए निवेश की संभावनाओं को बढ़ाएं। निवेशकों को प्रोत्साहित करें। सर्किट हाउस में समीक्षा बैठक के दौरान सीएम ने रामपुर, अमरोहा, संभल, बिजनौर के नवाचारों का वीडियो कांफ्रेंसिंग से हाल जाना। साथ ही इन जिलों के डीएम और एसपी को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये ही जरूरी निर्देश दिए।
हर ब्लॉक में हो हेल्थ एटीएम
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति गंभीरता के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों की धनराशि से प्रत्येक ब्लॉक में हेल्थ एटीएम की स्थापना कराई जाए। बता दें कि हेल्थ एटीएम पर मरीजों को जरूरी जांचों और टेलीमेडिसिन से डॉक्टरी राय उपलब्ध कराने की योजना है।