मुजफ्फरनगर। समाजवादी पार्टी के सांसद हरेंद्र मलिक ने शनिवार को मुरादाबाद में सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कई गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुई 26 लोगों की हत्या का ज़िक्र करते हुए कहा कि “यह हत्या बेहद सुनियोजित तरीके से की गई और आश्चर्यजनक रूप से घटनास्थल पर एक भी सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं था।”
सांसद ने कहा कि सरकार को यह बताना चाहिए कि टूरिस्टों की सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी थी और जब इतनी बड़ी वारदात हो गई, तो अब तक एक भी आतंकी पकड़ा क्यों नहीं गया। उन्होंने सवाल किया, “आतंकी कहां से आए और कहां चले गए, इसका जवाब सरकार के पास क्यों नहीं है?”
उन्होंने आगे कहा कि सरकार पहलगाम की घटना को धर्म से जोड़कर प्रचारित कर रही है, लेकिन उत्तर प्रदेश में हो रही घटनाओं पर खामोश है। “मुजफ्फरनगर, मेरठ और अन्य शहरों में भी नाम, जात और पहनावे के आधार पर हिंसा हो रही है, मगर उस पर सरकार चुप क्यों है?” – सपा सांसद ने पूछा।
जवानों की स्थिति पर चिंता जताते हुए सांसद मलिक ने कहा कि “उत्तर प्रदेश में जैसे जवानों को अपाहिज बनाने की फैक्ट्री चल रही हो।” उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा विदेश नीति पूरी तरह से विफल साबित हो रही है।
उपराष्ट्रपति के इस्तीफे पर भी टिप्पणी
हरेंद्र मलिक ने निवर्तमान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि यह आज़ाद भारत का पहला उदाहरण है जब किसी उपराष्ट्रपति को न सम्मानजनक विदाई मिली और न ही औपचारिकता निभाई गई। उन्होंने कहा कि जगदीप धनखड़ किसान परिवार से आते हैं और किसान मुद्दों पर सरकार से टकराते रहे हैं। “उनके साथ भी वैसा ही व्यवहार हुआ जैसा पूर्व राज्यपाल सतपाल मलिक के साथ हुआ था,” – सपा सांसद ने टिप्पणी की।