मथुरा–गोवर्धन में आयोजित मुड़िया पूर्णिमा मेला में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है। नीचे की गलियों से लेकर 21 किमी लंबी परिक्रमा मार्ग तक भक्त “राधे-राधे” और “जय गिरिराज” का नारा लगाते नजर आ रहे हैं। इस आस्था की गाथा को “आस्था का मिनी कुंभ” भी कहा जा रहा है। मंगलवार को भी मनोकामना संजोकर कई लोग गिरिराज महाराज के चरणों में दूध अर्पित करते दिखाई दिए। मेला 4 जुलाई से शुरू होकर 10 जुलाई तक शोभायात्रा के साथ संपन्न होगा, जिसमें सुबह–शाम दो शोभा यात्राएं निकाली जाएंगी।
गोवर्धन के दानघाटी, मुकुट मुखारबिंद और जतीपुरा जैसे पवित्र स्थलों पर श्रद्धालुओं के साथ-साथ जिलाधिकारी, एसएसपी सहित प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंचे और गिरिराज जी का दुग्धाभिषेक कर मंगलकामना की। साथ ही सुरक्षा व सहायता व्यवस्था का जायजा भी लिया गया।
पुलिस और एसडीआरएफ ने नदी किनारों—मानसी गंगा, राधाकुंड व कुसुम सरोवर—में भी पेट्रोलिंग की और बैरिकेडिंग एवं गोताखोरों तैनात किए। साथ ही श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए फव्वारे लगाए गए, चेंजिंग रूम बनाए गए और डग्गेमार वाहनों की व्यवस्था की गई। हालांकि बारिश से कंक्रीट फुटपाथ में फटने और बिजली गुल होने जैसी समस्याएं भी सामने आई हैं।
परिक्रमा मार्ग पर स्वयंसेवकों ने जल व नाश्ते की व्यवस्था की और दवा शिविरों की सेवाएं जारी हैं। मथुरा–अलवर रेलवे लाइन के नीचे भी रास्तों की मरम्मत की जा रही है। यह मेला आस्था, सेवा व एकता का पर्व बनकर उभरा है।