मुजफ्फरनगर। भलवा गांव में पुलिस की कार्रवाई से नाराज होकर भाजपा बूथ अध्यक्ष ने गांव से पलायन की तैयारी कर सामान बांध लिया है। सूचना मिलने पर एसडीएम, सीओ और इंस्पेक्टर ने जाकर उसे समझा बुझाकर पलायन न करने के लिए मना लिया। उसने आरोप लगाया है कि पुलिस की ढीली कार्रवाई के कारण गांव के अल्पसंख्यक उसे धमका रहे है।
भलवा गांव के भाजपा बुथ अध्यक्ष सुशील कुमार ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए गांव से पलायन के लिए सामान बांधना शुरू कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों में हडकंप मच गया। आनन फानन में एसडीएम खतौली इंद्रकुमार द्विवेदी, सीओ शकील अहमद और इंस्पेक्टर डीके त्यागी गांव में पहुंचे और उन्होंने सुशील को समझाया। सुशील ने बताया कि उसके पिता की 21 जुलाई को उसके पिता की हत्या उन लोगों ने कर दी थी जो गांव में गोकशी करते है। उसने बताया कि उन्हें शक था कि उसके पिता उनकी मुखबिरी करके उन्हें जे ल भिजवाया था। उसने बताया कि उसके पिता की हत्या के मुकदमें में आठ लोगों को नामजद कराया गया था लेकिन पुलिस अभी तक पांच लोगों को ही जेल भेजा है। जबकि तीन अन्य लोग अभी फरार बताए जा रहे है।
उसने आरोप लगाया कि रात्रि में भी उसके साथ गाली गलौच करते हुए मारपीट करने की कोशिश् की गई थी। जिसके बाद वह गांव से पलायन के लिए मजबूर हो रहा है। उसने बताया कि उसका परिवार गांव में अल्पसंख्यक समुदाय के बीच में रहता है और उसके साथ कभी भी अनहोनी हो सकती है।
एसडीएम व सीओं ने उसे समझाते हुए कहा कि उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस की है। उसे डरने की जरूरत नहीं है। पूरा प्रशासन उसके साथ है। काफी समझाने के बाद उसने अपने सामान को अपने घर के अंदर रखकर वह वापिस घर में रहने के लिए तैयार हो गया।