मुज़फ्फरनगर। साइबर ठगों की सहायता के लिए काजीखेड़ा गांव में संचालित अवैध टेलीफोन एक्सचेंज को सिम कार्ड और सिम बॉक्स मुहैया कराने के आरोप में मेरठ निवासी मोहम्मद आरिफ को साइबर क्राइम थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरिफ के मोबाइल से बरामद चैट्स में यह संकेत भी मिले हैं कि वह पाकिस्तान भागने की योजना बना रहा था।
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने उसके कब्जे से मोबाइल फोन और लैपटॉप भी बरामद किया है। एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बुधवार को पुलिस लाइन स्थित सभागार में प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि आरिफ ने इस एक्सचेंज में 23 सिम कार्ड और कई सिम बॉक्स उपलब्ध कराए थे।
गौरतलब है कि 6 जून 2025 को काजीखेड़ा गांव में एक अवैध टेलीफोन एक्सचेंज का खुलासा हुआ था, जिसका इस्तेमाल साइबर अपराधी धोखाधड़ी में कर रहे थे। इस मामले में पुलिस ने पूर्व में मोहसिन, फिरोज और सद्दाम हुसैन को गिरफ्तार किया था। उसी नेटवर्क से जुड़े आरिफ को अब उसके घर से पकड़ा गया है।
व्यापार में घाटा, फिर अपराध की राह
पुलिस पूछताछ में आरिफ ने बताया कि उसका हैंडलूम का कारोबार था, जिसमें भारी घाटा होने के कारण वह कर्ज के बोझ में दब गया। इसी दौरान उसकी पहचान गिरोह के सरगना सलीम से हुई, जिसने उसे सिम बॉक्स और फर्जी कॉलिंग के इस नेटवर्क से जोड़ा। इसके बाद आरिफ ने ऑनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से पंजाब से सिम कार्ड और सिम बॉक्स मंगाने का काम शुरू कर दिया।
मोबाइल डेटा डिलीट, पुलिस कराएगी रिकवरी
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आरिफ ने अपने मोबाइल व लैपटॉप से कई महत्वपूर्ण चैट्स और एप्लिकेशन डेटा पहले ही डिलीट कर दिए थे। अब तकनीकी टीम के माध्यम से उसका डेटा रिकवर कर यह पता लगाया जाएगा कि वह किन एप्स और माध्यमों का उपयोग करता था तथा किन अन्य लोगों से उसका संपर्क था।
एसएसपी संजय वर्मा ने बताया कि गिरोह की गतिविधियों और नेटवर्क को विस्तार से खंगाला जा रहा है, और जल्द ही अन्य सहयोगियों की भी गिरफ्तारी की जाएगी। अवैध टेलीफोन एक्सचेंज के जरिए अंतरराष्ट्रीय कॉलिंग व साइबर ठगी की गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा था।