मुजफ्फरनगर। दिल्ली-दून हाईवे पर छपार टोल प्लाजा मैनेजर के डांटने से नाराज दो कर्मचारियों ने अपने साथियों के साथ मिलकर गेस्ट हाउस में मैनेजर मुकेश चौहान और सहायक मैनेजर पर जानलेवा किया। सहायक मैनेजर अरविंद पांडे (30 ) को अपहरण कर ले गए और धारदार हथियार से गोदकर हत्या कर दी। शुक्रवार को मेरठ के जानी थाना क्षेत्र के गांव भोला में नहर पटरी पर शव पड़ा मिला।
छपार टोल प्लाजा का ठेका रालोद नेता और बुढ़ाना के पूर्व ब्लॉक प्रमुख विनोद मलिक के पास है। टोल मैनेजर राजस्थान निवासी मुकेश चौहान ने पुलिस को बताया कि टोल से दो सौ मीटर दूर गेस्ट हाउस में वह बृहस्पतिवार रात सहायक मैनेजर चंदौली जिले के गांव फूलपुर धराव निवासी अरविंद पांडे के साथ आराम कर रहे थे।
रात में लगभग दो बजे गेस्ट हाउस पर कार में सवार होकर पहुंचे पांच-छह हमलावरों ने सहायक मैनेजर को बहलाकर किसी तरह गेट खुलवा लिया और अंदर घुसकर हमला कर दिया। हमले में दोनों को गंभीर चोट आई। अरविंद पांडे को घायल हालत में हमलावर अपहरण करके ले गए। रात में ही पुलिस को सूचना दी गई लेकिन पुलिस ने सक्रियता नहीं दिखाई।
शुक्रवार सुबह फिर छपार थाना पुलिस को सूचना दी। देर शाम अरविंद पांडे का शव मेरठ में गंगनहर पटरी के पास पड़ा मिला। उसकी धारदार हथियारों से गोदकर हत्या की गई थी।
एसपी सिटी सत्य नारायण प्रजापत ने बताया कि मैनेजर की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपियों की तलाश की जा रही है। दोनों आरोपी टोल के कर्मचारी हैं। शुरुआती जांच में सामने आया है कि मैनेजर ने दो कर्मचारियों को देरी से आने पर डांट दिया था, जिसके बाद वह रात में अपने साथियों को लेकर पहुंचे और हमला कर दिया।