मुजफ्फरनगर। नेशनल हाईवे-58 स्थित छपार टोल प्लाजा पर शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के कार्यकर्ताओं ने टोल वसूली के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। टोलकर्मियों द्वारा यूनियन के पदाधिकारी से टोल मांगे जाने पर भाकियू पदाधिकारी आक्रोशित हो गए और प्लाजा की एक लेन को बंद कर धरना शुरू कर दिया।
दरअसल, शुक्रवार को टोल प्लाजा की संचालन व्यवस्था नई कंपनी एनएचएआई एनविट को सौंप दी गई। इसी दौरान भाकियू उत्तराखंड प्रदेश कोषाध्यक्ष सुकरमपाल सिंह की कार को टोलकर्मियों ने रोक लिया और टोल मांगा। टोलकर्मियों का कहना था कि अब यूनियन से जुड़े लोगों को भी टोल देना होगा।
इस कार्रवाई से नाराज होकर भाकियू के दर्जनों कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और टोल प्लाजा पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। भाकियू पुरकाजी ब्लॉक अध्यक्ष मोनू प्रधान ने आरोप लगाया कि नई टोल कंपनी किसानों से भी अवैध रूप से टोल वसूलना चाहती है, जबकि सड़क की हालत बेहद खराब है।
उन्होंने बताया कि हाईवे पर लगी स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी हैं, सड़क पर जगह-जगह गड्ढे हैं, और बारिश में जलभराव की समस्या आम हो जाती है। नालों की ऊंचाई सड़क से नीचे होने के कारण पानी सड़कों पर भर जाता है, जिससे राहगीरों को भारी परेशानी होती है।
लगभग एक घंटे तक चले धरने के बाद टोल प्रबंधक संदीप कुमार ने आश्वासन दिया कि भविष्य में यूनियन के पदाधिकारियों से टोल नहीं लिया जाएगा। इसके बाद प्रदर्शन समाप्त कर दिया गया।
इस मौके पर भाकियू के कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिनमें बबलू ताजपुर, तोसीन त्यागी, सालिम, दीपक बिजोपुरा, अमजद तेजलहेड़ा, शमशाद, शीशपाल, उस्मान, नेत्रराम और दीपक मुखिया प्रमुख रूप से शामिल रहे।