मुजफ्फरनगर में मेरठ के दौराला थाना क्षेत्र में हुए सड़क हादसे में शहीद हुए बीएसएफ जवान शैंकी का शनिवार को उनके पैतृक गांव चित्तौड़ा में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। हादसे की खबर मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई। अंतिम संस्कार में सैकड़ों ग्रामीणों और क्षेत्र के गणमान्य लोगों ने भाग लिया।
बीएसएफ जवान शैंकी शुक्रवार को मेरठ के दौराला में अपने दोस्त से मिलने गए थे। लौटते समय सकौती जीतपुर नंगली मार्ग पर गन्नों से ओवरलोड ट्रैक्टर ने उनकी बाइक को बुरी तरह कुचल दिया था, जिससे मौके पर ही उनकी दर्दनाक मौत हो गई। हादसे के बाद गांव में मातम पसर गया और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था।
देश की सेवा के लिए समर्पित थे शैंकी
शैंकी 2017 में बीएसएफ में भर्ती हुए थे और वर्तमान में उनकी तैनाती जम्मू में थी। 15 फरवरी को वे छुट्टी लेकर अपने परिजनों से मिलने आए थे। उनके चचेरे भाई मोनू ने बताया कि शैंकी उनके परिवार के पहले सदस्य थे, जो सेना में भर्ती हुए थे, और उन्हें अपने बेटे पर गर्व था।
शैंकी की शादी करीब एक साल पहले सरधना थाना क्षेत्र के पुट्ठी गांव निवासी पारुल से हुई थी। हादसे की खबर सुनते ही माता-पिता और बहन का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। ग्रामीण और रिश्तेदार परिवार को सांत्वना देने पहुंचे, लेकिन किसी को यकीन नहीं हो रहा था कि उनका लाल अब इस दुनिया में नहीं रहा।
गांव में उमड़ा जनसैलाब
अंतिम संस्कार में सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए। हर आंख नम थी और पूरा गांव गमगीन माहौल में डूबा रहा। राजकीय सम्मान के साथ जब शैंकी की अंतिम विदाई दी गई, तो ‘शैंकी अमर रहे’ और ‘भारत माता की जय’ के नारों से माहौल गूंज उठा।