जानसठ। मीरांपुर दलपत में रालोद किसान प्रकोष्ठ की बैठक में कार्यकर्ताओं ने कहा कि रालोद कार्यकर्ता समाजवादी की बहू बनकर नहीं रहने वाले, उन्हें बराबर का सम्मान देना होगा। 2 दिन में कार्यकर्ताओं से संपर्क न करने पर निर्णय लिया जाएगा।
शुक्रवार को मीरापुर दलपत में राष्ट्रीय लोकदल किसान प्रकोष्ठ की बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें खतौली विधानसभा और मीरांपुर विधानसभा सीट के गठबंधन प्रत्याशियों के व्यवहार पर नाराजगी व्यक्त की गई और कहा कि यदि दोनों प्रत्याशियों ने अपना व्यवहार नहीं बदला और 2 दिनों में संगठन के लोगों से नहीं मिले तो कार्यकर्ता काम नहींं करेंगे और उन्हें कठोर निर्णय लेने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। बैठक में किसान प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय अध्यक्ष चौधरी उधम सिंह ने कहा कि हम सब लोग गठबंधन के साथ हैं और गठबंधन को जिताने के लिए कार्य भी करेंगे। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी के निर्णय से हम सब लोग सहमत है, लेकिन जिन नेताओं को उम्मीदवार बनाया गया है। उन्होंने अभी तक संगठन के कार्यकर्ताओं से मुलाकात तक नहीं की है। प्रत्याशियों का यह व्यवहार अशोभनीय है।
उन्होंने कहा कि गठबंधन हुआ है, इस निर्णय का हम सब सम्मान करते हैं, लेकिन रालोद कार्यकर्ता समाजवादी की बहू बनकर नहीं रहने वाले। समाजवादी पार्टी के लोगों को रालोद कार्यकर्ताओं को बराबर सम्मान देना होगा। राष्ट्रीय लोक दल के वरिष्ठ नेता धर्मेंद्र तोमर ने कहा कि गठबंधन का उद्देश्य सत्ता परिवर्तन का है और गठबंधन को लेकर लोगों में बहुत उत्साह है। धर्मेंद्र तोमर ने कहा कि जो भी निर्णय पार्टी अध्यक्ष ने लिया है, उस सब का हम सम्मान करते हैं और उम्मीद करते हैं कि जिन लोगों को टिकट दिया गया है वह भी कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे और कार्यकर्ताओं का सम्मान करेंगे। युवा नेता अमित मलिक ने कहा कि राष्ट्रीय लोकदल को जयंत चौधरी शून्य से उठाकर चल रहे हैं। बैठक में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारी सम्मिलित हुए। मोरना ब्लॉक अध्यक्ष नौमान अली, किसान प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष देवेंद्र मलिक, जिला उपाध्यक्ष मोहम्मद शाहदीन, मोहम्मद इस्लाम, सतेंद्र सिंह, ऋषि पाल कोरी, सुभाष भड़ाना, अमित मलिक खरड़, गंगोह से दिलशाद चौधरी, शौकीन अली, रामभूल सिंह राठी सहित बड़ी संख्या मे कार्यकर्ता सम्मलित हुए। अध्यक्षता हाजी असद जैदी और संचालन जिला अध्यक्ष देवेंद्र मलिक ने किया