मुजफ्फरनगर। कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली के कई बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चो के साथ भारतीय किसान यूनियन का आंदोलन लगातार जारी है वही भाकियू सुप्रीमो चौधरी नरेश टिकैत द्वारा 5 अगस्त को मुज़फ्फरनगर के राजकीय इंटर कालेज मैदान में एक किसान महा पंचायत का आयोजन किया जाएगा।
इस महापंचायत की तैयारी को लेकर आज चौधरी नरेश टिकैत ने मुज़फ्फरनगर स्थित अपने आवास पर किसानों के साथ चर्चा करते हुए बड़ा बयान दिया है जिसमें उन्होंने सरकार के साथ संयुक्त किसान मोर्चे के साथ बातचीत में अपने आप को शामिल करने की बात करते हुए कहा है कि हम सरकार के साथ बातचीत कर फैसले करने को तैयार है। नरेश टिकैत ने कहा 5 सितम्बर की महा पंचायत में किसानों की संख्या का नहीं पता लेकिन बहुत बड़ी पंचायत होगी। अपने मान-सम्मान और स्वाभिमान के लिए किसानो ने भी बात ठान रखी है। किसानों ने ये भी अंदाज़ा लगा लिया कि भारतीय किसान यूनियन संगठन ही किसानों की मदद कर सकता है और शायद ये महा पंचायत आखरी महा पंचायत होगी। इस पंचायत के बाद कोई पंचायत नहीं होगी। इस पंचायत में बहुत महत्वपूर्ण निर्णय लिया जायेगा। हमें कोई राजनीती नहीं करनी है, ना हमें चुनाव लड़ना है और ना ही हमारा किसी पार्टी से कोई संबंध।
भारतीय जनता पार्टी के ख़िलाफ़ जिसकी जहा मर्जी हो वहा वोट दें। अगर भाजपा में कोई सुधार नहीं आता तो इसे कोई वोट ना दें। इस सरकार से हम ताकत के बल पर मुकाबला नहीं कर सकते। 26 जनवरी पर भी इन्होंने साजिश रची लेकिन फिर भी लाल किले पर धरना दिया। हम तो यही चाहते है कि कृषि कानूनों को सरकार वापस लें और किसानों की फसल का वाजिब दाम मिल जाये। उन्होंने कहा कि पार्टी की छवि ख़राब हो रही है किसानों से फैसला कर इस मामले को निपटाओ। पंचायत में क्या निर्णय लिया जायेगा ये अभी नहीं पता लेकिन सभी किसान गुस्से में है।