भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के प्रदेशाध्यक्ष हरिनाम सिंह वर्मा ने मुजफ्फरनगर में प्रेस वार्ता के दौरान भारतीय किसान यूनियन और उसके राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पर जमकर निशाना साधा। लखनऊ से मुजफ्फरनगर पहुंचे वर्मा ने खास तौर पर गन्ने के मूल्य और समय पर भुगतान न होने जैसे मुद्दों पर टिकैत की कार्यशैली पर सवाल उठाए।
उन्होंने राकेश टिकैत की पगड़ी के रंग को लेकर भी तंज कसा और कहा कि पहले उनकी पगड़ी हरी हुआ करती थी, अब वह भगवा हो गई है। वर्मा ने दावा किया कि टिकैत की रंगबिरंगी पगड़ी के पीछे कोई न कोई मतलब जरूर छिपा है। साथ ही उन्होंने टिकैत बंधुओं की संपत्ति की जांच कराने की मांग भी उठाई और कहा कि यदि प्रशासन को शपथ-पत्र चाहिए, तो वे देने को तैयार हैं।
वर्मा ने कहा कि देशभर के किसान मुजफ्फरनगर के किसानों की ओर उम्मीद भरी नजरों से देख रहे थे, लेकिन आज भी गन्ने का भाव नहीं बढ़ पाया है और न ही समय से भुगतान हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों की आवाज कमजोर पड़ गई है। उनका कहना था कि “अब किसान यूनियन की टोपी पहनकर कई चोर और बेईमान सामने आ रहे हैं, और वही लोग किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा रहे हैं।”
जिले के प्रशासन को भी वर्मा ने आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर के डीएम कमजोर हैं और एसएसपी का प्रमोशन होने के बाद अब उनका ध्यान केवल पैसे कमाने पर है। वर्मा ने अपने संगठन की पारदर्शिता का हवाला देते हुए कहा कि अगर उनके संगठन का कोई सदस्य गलत काम करता पाया गया, तो वे न सिर्फ कार्रवाई करेंगे, बल्कि उसे खुद पुलिस थाने लेकर जाएंगे।