मुजफ्फरनगर। सम्पूर्ण समाधान दिवस में डीएम को नागरिकों ने कस्बे व ग्रामीण क्षेत्रों में झोलाछाप डाक्टरों द्वारा संचालित फर्जी अस्पतालों की शिकायत की गई। फर्जी अस्पताल संचालकों को स्वास्थ्य विभाग का संरक्षण प्राप्त होने का आरोप लगाया गया। डीएम ने सीएमओ को मामले की जांच सौंप दी है। कस्बा निवासी मोनू मलिक, पवनीश जावला व अंकुश राठी द्वारा दिए गए शिकायती पत्र में कहा है कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण आयुवैदिक रजिस्टर्ड के नाम पर अंग्रेजी दवाईयो का इस्तेमाल डॉक्टरों के द्वारा किया जा रहा है। आयुवैदिक रजिस्टर्ड हॉस्पिटल के नाम पर बच्चो की अवैध नर्सरी चलाई जा रही है। बुढाना में अवैध तरीके से फर्जी लैब का संचालन भी चल रहा है, जो आयुवैदिक रजिस्टर्ड है, लेकिन लोगो का इलाज अग्रेजी दवाईयों पर कर रहे है, जो अवैध है। पूर्व मे इन लोंगो पर कार्रवाई के नाम पर हर बार नोटिस देकर फर्जी डाक्टरो से अवेध उगाही चिकित्सा विभाग कर रहा है। अभी कुछ दिन पहले सभी बुढाना कें अवैध हास्पिटलो को नोटिस देकर कार्यवाही करने के नाम पर अवैध वसूली की गई। अवैध हास्पिटलों में ईलाज के नाम पर ठगा व जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है। आयुवैदिक एंव एलोपैथिक की संयुक्त टीम बनाकर इन अवैध हास्पिटलों पर कार्रवाई करने की मांग की गई।