राज्यपाल आनंदीबेन पटेल गुरुवार को मुजफ्फरनगर पहुंची। यहां उन्होंने जिला पंचायत सभागार में आंगनबाड़ियों के साथ संवाद किया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान, कौशल विकास राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल, पालिकाध्यक्ष अंजू अग्रवाल मौजूद रहे। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि पानी और बिजली की बर्बादी रोकने को हम सभी को जागरूक होना होगा।
जिला पंचायत सभागार में उन्होंने कहा कि भारत जब तक विश्व गुरु नहीं बन सकता तब तक बच्चों की सेहत और शिक्षा पर पूर्ण रूप से ध्यान नहीं दिया जाता। इसी उद्देश्य के चलते आंगनबाड़ी केंद्रों को समृद्ध करने की मुहिम चलाई गई है। इसमें विश्वविद्यालय, कॉलेज और उद्यमियों को जोड़ा गया है।
उन्होंने कहा कि यहां से प्रण लेकर जाए कि बिजली, पानी को बचाना है। अधिकारी कार्यक्रम में एक लीटर की बोतल के बजाय 100 एमएल की बोतल का प्रयोग करें। जितने पानी क जरूरत हो उतना ही प्रयोग करना चाहिए। साथ ही मीटिंग खत्म होने के बाद बिजली के पंखे, एसी तत्काल बंद होने चाहिए। घरों में भी इसी प्रकार की व्यवस्था होनी चाहिए।
कहा कि सभी प्रधान केंद्रों को गुड़, गन्ना आदि उपलब्ध कराएं। सभी प्रधान संकल्प लें कि अपने गांव को टीबी मुक्त करना है, कुपोषण मुक्त करना है। रोगमुक्त करना है, अशिक्षा का अंधेरा दूर करना है।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि कुलपति से लेकर शिक्षक, प्रधान, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को ट्रेनिंग की जरूरत है। आज के बच्चे काफी तेज हैं। समय-समय पर जरूरतें बदल रही हैं। इसके चलते प्रशिक्षण कार्यक्रम नियमित चलते रहना चाहिए। इससे व्यवस्थाएं दुरुस्त रहेंगी।