मुजफ्फरनगर में जाट महासभा ने पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को राजकीय सम्मान न दिए जाने पर गहरी नाराजगी जताई है। महासभा के अध्यक्ष धर्मवीर बालियान ने कहा कि जाट समाज इस अपमान का जवाब अवश्य देगा।
लंबी बीमारी के बाद हाल ही में सत्यपाल मलिक का निधन हो गया था। अपने राजनीतिक करियर में वे मेघालय, जम्मू-कश्मीर, गोवा, ओडिशा और बिहार के राज्यपाल रह चुके थे। इसके अलावा उन्होंने केंद्र में मंत्री, सांसद, राज्यसभा सदस्य और विधायक के रूप में भी सेवाएं दीं।
महत्वपूर्ण संवैधानिक पदों पर रहने के बावजूद उनके अंतिम संस्कार में राजकीय सम्मान नहीं दिया गया, जिससे यह मामला राष्ट्रीय चर्चा का विषय बन गया है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी इस मुद्दे पर मौन है, जबकि विपक्षी दलों के नेता अंतिम संस्कार में शामिल होकर श्रद्धांजलि अर्पित कर चुके हैं। विपक्ष का आरोप है कि केंद्र और राज्य सरकारों ने मलिक का अपमान किया है।
धर्मवीर बालियान ने भाजपा को चेतावनी दी कि जाट समाज इस अनदेखी को बर्दाश्त नहीं करेगा और समय आने पर इसका असर दिखेगा।