कांवड़िया श्रद्धा के साथ गंगाजल लेकर शिव के धाम की ओर बढ़े जा रहे हैं। रामराज का रहने वाला हरपाल भगत इस बार घुटनों के बल कांवड़ लेकर पहुंचा है। बेटा भी 51 लीटर गंगाजल वाली कांवड़ लाया है।
दिल्ली-पौढ़ी मार्ग से होते हुए मीरापुर पहुंचे हरपाल भगत को देखने के लिए आसपास के लोग जमा हो गए। कांवड़िया ने बताया कि बहुत दिन पहले वह तीन साथियों के साथ घुटनों के बल ही नीलकंठ गए थे। बाबा के दर्शन होते ही रास्ते की थकान चूर हो गई। तब से मन में संकल्प लिया था कि जब भी संयोग बनेगा तो घुटनों के बल कांवड़ लाऊंगा।
इस बार महादेव प्रसन्न हुए और वह कांवड़ लेने निकल पड़ा। छह जुलाई को हरिद्वार से गंगाजल लेकर गंतव्य की ओर बढ़ रहा है। भगत ने बताया कि परिवार में शांति और सुख समृद्धि के लिए कांवड़ लाया है। बहसूमा के फिरोजपुर गांव के शिव मंदिर पर जलाभिषेक करेगा। भगत ने बताया कि रास्ते में किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा।