मुजफ्फरनगर। कश्मीर में आतंकवादी संगठनों द्वारा कश्मीरी पंडित और एक समाज के लोगों पर बर्बरता पूर्ण तरीके से हत्या के बाद कश्मीर से कश्मीरी पंडितों के पलायन पर केंद्र सरकार द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाने को लेकर मुजफ्फरनगर में आज क्रांति सेना द्वारा प्रकाश चौक पर केंद्र सरकार में गृह मंत्री अमित शाह और विपक्ष के सभी नेताओं के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इस बीच क्रांति सेना ने प्रदर्शन करते हुए विपक्ष के नेता राहुल गांधी प्रियंका वाड्रा अखिलेश यादव और जयंत चौधरी के साथ-साथ केंद्र सरकार में गृह मंत्री अमित शाह के पोस्टर पर लाल रंग लगाकर अपना विरोध जताया। प्रदर्शन कर रहे क्रांति सेना के जिलाध्यक्ष मनोज सैनी ने बताया कि लखीमपुर घटना पर सभी विपक्षी दल जमकर राजनीति कर रहे हैं और वहां जा रहे हैं लेकिन लखीमपुर घटना पर राजनीति कर रहे विपक्ष के नेता कश्मीर नहीं जा रहे हैं जहां बेकसूर कश्मीरी पंडितों और सिख समाज के लोगों पर आई एस आई के गुंडे और उनके रहनुमा बर्बरता पूर्ण तरीके से ना सिर्फ उनका आर्थिक और शारीरिक शोषण कर रहे हैं बल्कि खुलेआम कश्मीरी पंडितों और सिख समाज के लोगों की हत्याएं की जा रही हैं लेकिन अभी तक ना ही तो कोई भी विपक्ष का नेता वहां गया और ना ही केंद्र सरकार ने अभी तक कश्मीर को लेकर पीड़ित परिवारों को कोई आश्वासन दिया है। जबकि लखीमपुर की घटना मारे गए लोगों को मुआवजे के तौर पर 4500000 और सरकारी नौकरी दी जा रही है। हमारी मांग है कि विपक्ष के लोग चाहे उसमें प्रियंका वाड्रा हो राहुल गांधी हो अखिलेश यादव और तमाम वह लोग जो लखीमपुर की घटना पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं वह लोग कश्मीर जाएं और वहां के पीड़ित कश्मीरी पंडितों और सिख समाज के लोगों का दर्द बांटने की कोशिश करें। हम केंद्र सरकार में गृह मंत्री अमित शाह से अनुरोध करते हैं जिस प्रकार लखीमपुर की घटना में मारे गए लोगों को मुआवजा दिया गया है साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी का आश्वासन दिया गया है उसी तरह कश्मीर में मारे गए 6 समाज के लोगों को ₹45000 का मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए साथ ही कश्मीरी पंडितों को सुरक्षा दी जाए