मुजफ्फरनगर। सृष्टि के रचयिता, ज्ञान-विज्ञान और वास्तुशास्त्र के अधिष्ठाता भगवान विश्वकर्मा की जयंती जिलेभर में श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गई। इस अवसर पर जगह-जगह पूजन, हवन, भंडारे और शोभायात्राओं का आयोजन किया गया, जिसमें भक्तों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
विश्वकर्मा चौक पर भव्य आयोजन
शहर के विश्वकर्मा चौक पर वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच हवन-पूजन हुआ। बड़ी संख्या में समाज के लोग और गणमान्य व्यक्तियों ने इसमें भाग लेकर आहुति दी और भगवान विश्वकर्मा का आशीर्वाद प्राप्त किया। कार्यक्रम के बाद विशाल भंडारे का आयोजन हुआ, जिसमें श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। इसके उपरांत विश्वकर्मा चौक से निकली शोभायात्रा शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए करना चौक पर संपन्न हुई। शोभायात्रा में झांकियां, ध्वज और भक्ति गीतों ने माहौल को धार्मिक रंग में रंग दिया।
इंदिरा कॉलोनी मंदिर में पूजनोत्सव
इंदिरा कॉलोनी स्थित विश्वकर्मा मंदिर धर्मशाला में भी भव्य पूजनोत्सव का आयोजन हुआ। यहां हिमांशु धीमान और सचिन धीमान दंपति यजमान बने। पंडित सत्यवर्त आर्य ने वैदिक मंत्रों और यज्ञ के साथ पूजा-अर्चना कराई। उन्होंने बताया कि भगवान विश्वकर्मा ने द्वारका नगरी, स्वर्ण लंका, सुदर्शन चक्र, त्रिशूल, वज्र, गदा और पुष्पक विमान जैसी अद्भुत कृतियों का निर्माण किया। उनके बताए वास्तु सिद्धांत शुभ फलदायी और दोषरहित माने जाते हैं।
पूजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लेकर सुख-समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर मंदिर अध्यक्ष सरदार बलविंदर सिंह, मास्टर निर्मल सिंह धीमान, सभासद रजत धीमान सहित समाज के अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे। दिनभर चले इन आयोजनों ने शहर को भक्ति और उत्सव के रंग में सराबोर कर दिया।