मुजफ्फरनगर के जीआईसी मैदान पर 28 जनवरी से भारतीय किसान यूनियन के बेमियादी आंदोलन चल रहा है। बुधवार को संगठन के मुखिया ने आकर किसानों संग भोजन किया। साथ ही अपने हाथों से भण्डारे में भोजन वितरित कर व्यवस्था को परखा।
उन्होंने 10 फरवरी की महापंचायत को लेकर यूनियन के पदाधिकारियों और किसानों को संदेश दिया। इस दिन भारी संख्या में किसानों से यहां पहुंचने का आह्नान किया। ताकि सरकार तक आवाज पहुंचाई जा सके। मैदान का भ्रमण करते हुए उन्होंने पार्किंग और अन्य व्यवस्थाओं को लेकर भी चर्चा की।
28 जनवरी से किसान धरने पर बैठे
बता दें कि गन्ना मूल्य, बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान, आवारा पशु, विद्युत मीटर, बिजली दरें, एमएसपी कानून, शहीदों को मुआवजा और किसानों पर दर्ज मुकदमों को वापस करने की मांगों को लेकर भाकियू पिछले 28 जनवरी से जीआईसी मैदान पर तम्बू गाड़कर बेमियादी आंदोलन शुरू कर दिया गया है।
बुधवार को 12वां दिन पूरा हुआ। इस दिन भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत अन्य किसानों के साथ जीआईसी मैदान पहुंचे। उन्होंने यहां पर टैंट और तम्बुओं में आंदोलन चला रहे किसानों से मुलाकात की। दोपहर का भोजन भी उन्होंने टैंट में ही किसानों के साथ किया। इसके बाद वो यहां भण्डारे में पहुंचे और किसानों को अपने हाथों से भोजन वितरित किया।
10 फरवरी को यहीं पर होगी महापंचायत
इसके साथ ही उन्होंने किसान आंदोलन स्थल पर 10 फरवरी में होने वाली महापंचायत के विषय में जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने मैदान का पैदल भ्रमण करते हुए पार्किंग आदि व्यवस्थाओं के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि किसानों को खेत, फसल और नस्ल बचाने के लिए आंदोलन करने को विवश होना पड़ रहा है। दस फरवरी के बाद इस आंदोलन को नई धार दी जायेगी। इसमें भारी संख्या में किसानों के आने की उम्मीद जताते हुए कहा कि सरकार निरंकुश हो जाये तो आंदोलन ही एक मात्र रास्ता बचता है।