पुरुषों ने परिवार नियोजन अपनाया सुखी परिवार को आधार बनाया। थीम के साथ जनपद में सोमवार को पुरुष नसबंदी पखवाड़े का शुभारंभ हो गया। पहले दिन जिला अस्पताल और खतौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर डॉ पुष्पेंद्र व डॉ अवनीश की अध्यक्षता में पुरूष नसबंदी कैम्प का आयोजन किया गया। जहां तीन पुरुषों तथा पुरकाजी सीएचसी पर दो पुरुषों ने स्वेच्छा से नसबंदी की सेवा प्राप्त की। जिसमें नोडल अधिकारी परिवार कल्याण डॉ दिव्या वर्मा, जिला परिवार कल्याण प्रबंधक डॉ दिव्यांक दत्त, BCPM कविता गालिबपुर आदि मौजूद रहे।
सीएमओ डॉ. महावीर सिंह फौजदार ने बताया कि पुरुष नसबंदी पखवाड़े का उद्देश्य पुरुष नसबंदी के बारे में सामुदायिक स्तर पर परिवार नियोजन व परिवार नियोजन के साधनों के विषय में समाज को जागरूक करना है। उन्होंने अपील की कि परिवार नियोजन संबंधित सेवाओं का लाभ उठाने के इच्छुक लाभार्थी नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे।
सीएमओ व परिवार नियोजन कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डॉ. दिव्या वर्मा ने बताया कि सोमवार को पुरुष नसबंदी पखवाड़ा का शुभारंभ किया गया। इस मौके पर वह खुद जिला अस्पताल में मौजूद रहीं। उन्होंने बताया कि जनपद एवं ब्लाक स्तर पर पुरुष नसबंदी पखवाड़ा चार दिसंबर तक चलेगा। खास बात यह है कि पखवाड़ा के शुभारंभ पर पांच पुरुषों ने नसबंदी कराई। उन्होंने बताया कि यह एक मामूली शल्य क्रिया है और महिला नसबंदी की तुलना में अपेक्षाकृत अधिक सुरक्षित भी है। पुरुष नसबंदी के लिए न्यूनतम संसाधनों एवं बुनियादी ढांचे की आवश्यकता होती है।
22 से 28 नवंबर तक चलेगा दंपती संपर्क सप्ताह
डा. दिव्या वर्मा ने बताया कि इस पखवाड़े में पहले 22 से 28 नवम्बर तक दंपत्ति संपर्क सप्ताह और 29 नवम्बर से चार दिसम्बर तक सेवा प्रदायगी सप्ताह के तहत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। पखवाड़े के दौरान पुरुषों की अब है बारी, परिवार नियोजन में निभायें भागीदारी स्लोगन पर आधारित गतिविधियां होंगी। पुरुष नसबंदी के लिए लाभार्थी को 3000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। जो लाभार्थी के खाते में सीधे ट्रांसफर की जाती है।