मुजफ्फरनगर। सहकारी समितियों में नए बोर्ड के गठन के लिए चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई है। जिले में 65 समितियों के निर्वाचन क्षेत्र के आरक्षण संबंधी अनंतिम प्रकाशन घोषित होने के बाद रणनीतिकारों ने चुनाव के लिए जोड़ तोड़ शुरू कर दी है। आरक्षण पर यदि किसी वार्ड में कोई आपत्ति आएगी तो उस पर चार मार्च को सुनवाई की जाएगी।
सहकारी समितियों का चुनाव किसानों के लिए अहम माना जाता है। कम ब्याज पर किसान क्रेडिट कार्ड और कीटनाशक दवाएं एवं खाद का लेनदेन करने के लिए किसानों के लिए सहकारी समिति मुख्य केंद्र है। समितियों से करीब सवा लाख किसान लेन-देन करते है। जिले में 68 समितियों में से 65 में चुनाव प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। मंगलवार को निर्वाचन क्षेत्रों के वार्डों के लिए अनंतिम प्रकाशन घोषित होने के बाद गांव एवं कस्बों की चौपालों पर चुनावी चर्चा बढ़ गई है। बुधवार को नेताओं ने अनंतिम आरक्षण के संबंध में समिति के दफ्तरों पर पहुंचकर जानकारी जुटाई। आरक्षण के संबंध में आपत्ति पर सुनवाई चार मार्च को होगी। हर समिति में चुने जाने वाले नौ संचालकों में पांच सामान्य, दो महिला, एक अनुसूचित और एक पिछड़ा वर्ग के रहेंगे।
ये रहेगी नामांकन प्रक्रिया
प्रबंध कमेटी के सदस्यों की चुनाव प्रक्रिया
11 मार्च को मतदाता सूची का अनंतिम प्रकाशन
12 मार्च को मतदाता सूची पर आपत्ति
13 मार्च आपत्तियों का निस्तारण एवं प्रकाशन
14 मार्च नाम निर्देशन पत्र दाखिल
15 मार्च नामांकन पत्रों की जांच एवं प्रकाशन
16 मार्च को नाम वापसी एवं चुनाव चिह्न आबंटन
18 मार्च को आवश्यक हुआ तो मतदान एवं चार बजे के बाद मतगणना
19 मार्च रहेगी खास
सभापति एवं उप सभापति एवं अन्य समितियों को भेजे जाने वाले प्रतिनिधियों का चुनाव कार्यक्रम 19 मार्च को करा लिया जाएगा। अनंतिम मतदाता सूची प्रकाशन एवं आपत्ति, निस्तारण, नामांकन प्रक्रिया, नाम वापसी एवं उसी दिन मतदान एवं शाम को परिणाम घोषित हो जाएगा।
परदर्शिता से कराएंगे चुनाव
सहायक निबंधक (सहकारी समिति) रत्नाकर सिंह ने बताया कि चुनाव प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष कराई जाएगी। विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। समयावधि पूरी नहीं होने के कारण छपार, मुजफ्फरनगर पश्चिमी सहित तीन समितियों पर चुनाव नहीं होगा।
45 दिन पूर्व बने सदस्य डालेंगे वोट
चरथावल/रोहाना कलां। चरथावल, दूधली, बहेड़ी और दूधली में 12 हजार से ज्यादा सदस्य है। बिरालसी को छोड़कर तीनों समितियों में नियत समय में सदस्य बनवाने में दिलचस्पी दिखाई। अनंतिम सदस्यों को प्रकाशन 11 मार्च को होगा। चारों समितियों में सभापतियों का कार्यकाल पूरा होने के बाद प्रशासक का प्रभार एडीसीओ शोभाराम के पास है। उन्होंने बताया समिति का चुनाव लड़ने एवं वोट डालने के लिए वहीं सदस्य वैद्य होगा, जिन्होंने प्रक्रिया शुरू होने से 45 दिन पूर्व सदस्यता ग्रहण कर ली हों और पुराने सदस्य समिति के बकाएदार नहीं होने चाहिए।