उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में खालापार क्षेत्र से चार टाइम बम के साथ गिरफ्तार किए गए जावेद ने कई बड़े खुलासे किए हैं। जावेद के तार आतंकवाद से भी जुड़े हो सकते हैं। एसटीएफ की टीम इस बिंदु पर भी जांच कर रही है। वहीं आईबी और एटीएस के अनुसार जावेद से बरामद बम बेहद खतरनाक हैं। बता दें कि मिमलाना रोड रामलीला टीला थाना कोतवाली नगर निवासी जावेद पुत्र जरीफ अहमद को शुक्रवार सुबह 10.45 बजे काली नदी का पुल चरथावल रोड से गिरफ्तार किया है।
बेहद खतरनाक हैं बम, यूट्यूब से सीखा आईईडी बनाना
आईबी और एटीएस टीमों के मुताबिक जो टाइमर बोतल बम बरामद हुए हैं, उनकी मारक क्षमता बेहद खतरनाक है। अगर इनमें एक साथ विस्फोट हो तो भारी नुकासान हो सकता है। जावेद ने बताया कि बोतल के अंदर गन पाउडर-999, लोहे की छोटी गोलियां, रूई, पीओपी आदि को भरा गया है।
चाचा के घर बनाई हुई थी वर्कशॉप, ऐसे जुटाता था सामानग्लूकोज की बोतलें जावेद डॉक्टरों से व लोहे की गोलियां साईकिल की दुकान और घड़ी की मशीन घड़ी की दुकानों से लेता था। आईईडी बनाने के बारे में जावेद ने बताया कि उसके चाचा मोहम्मद अरशी निवासी मिमलाना रोड, रामलीला टीला मुजफ्फरनगर पटाखे बनाने का काम करते हैं। उनके यहां रहकर उसने बारूद व बोतल बम (आईईडी) बनाने का काम सीखा। कुछ जानकारी यूट्यूब व इंटरनेट के माध्यम से हासिल की।

एक घर उड़ाने के लिए काफी था एक बम
जावेद से चार टाइमर बोतल बम बरामद हुए हैं। बम को ग्लूकोज की बोतल में बनाया गया है। सेल व घड़ी भी लगाई गई है ताकी घड़ी में टाइम सेट कर बम को प्रयोग में लाया जा सके। सूत्र बताते हैं कि एक बम एक पूरा घर उड़ाने की क्षमता वाला था।

जावेद के दादा भी बनाते थे पटाखे
वहीं, बोतल बम आईडी बनाने के बारे में पूछने पर जावेद ने बताया कि वह चाचा मोहम्मद आरर्शी पुत्र खलील के साथ पटाखे बनाने का काम करता है। इसी दौरान उसने बारूद व बोतल बम आईडी बनाने का काम भी सीखा। इसके अलावा अन्य जानकारी यूट्यूब और इंटरनेट के माध्यम से हासिल की।

आरोपी की ननिहाल नेपाल में है, उसका वहां भी आना-जाना रहा है। इससे पहले जावेद रेडियो बनाने का भी काम करता था।जावेद की चाची का कहना है कि वह बहुत अच्छा लड़का है लेकिन, पता नहीं वह कैसे किसी के बहकावे में आ गया। उन्होंने बताया कि गुरुवार की रात को पुलिस उनके घर आई थी। पुलिस घर से कुछ सामान अपने साथ ले गई। बताया कि जावेद 10वीं तक पढ़ा हुआ है और वह लोवर बेचने का काम करता है।

जावेद की चाची का कहना है कि वह हर किसी की मदद करता है लेकिन, पता नहीं पुलिस उसे क्यों पकड़ कर ले गई है। उनका कहना है कि जावेद पिछले 15 साल से हमारे पास ही रहता है। वह बम बनाने का काम नहीं करता है। उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार रात में 10.15 के करीब जावेद से फोन पर बात हुई थी। इसके बाद उससे कोई संपर्क नहीं हुआ।