मुज़फ्फरनगर: जुबानी जंग के बीच कांवड़ मार्ग पर ठेले-ढाबे-दुकानों पर लिखे गए नाम

कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाली दुकानों पर प्रमुखता से नाम प्रदर्शित करने की गूंज देशभर में हुई। एक तरफ नेताओं के बीच जुबानी जंग छिड़ी और दूसरी तरफ दुकानों के बाहर नाम प्रदर्शित करने का सिलसिला जारी रहा।

कांवड़ियों की संख्या में बढ़ोतरी के साथ ही गुरुवार को पुरकाजी से बुढ़ाना मोड़ तक अलग-अलग जगह दुकानदारों ने अपने नाम दुकानों के बाहर प्रदर्शित किए। शुक्रवार सुबह से ही दुकान मालिकों द्वारा मिठाई, कोल्ड ड्रिंक्स और खाने-पीने के सामान की दुकानों के बाहर नाम लिखे गए। फल विक्रेताओं ने भी नाम वाले बैनर लटकाए हैं। 

वहीं पुलिस के फैसले ने तूल पकड़ा तो भाजपा नेताओं के बयान आने शुरू हो गए। सरधना के पूर्व विधायक संगीत सोम और खतौली के पूर्व विधायक विक्रम सैनी ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर पर निशाना साधा। मुजफ्फरनगर दंगे का जिक्र भी छेड़ा गया।

Nameplate controversy: Amidst verbal war on kanwar yatra, name written on carts, shops and hotels

किसी ने किराए पर दिया, किसी ने लिखाया नाम
मुजफ्फरनगर करीब 240 किमी के अलग-अलग कांवड़ मार्गों पर पुलिस के आदेश का असर यह हुआ है कि कुछ मुस्लिम समाज के लोगों ने अपनी दुकानें या ढाबे दूसरे समुदाय के लोगों को किराए पर दे दी हैं। कारीगरों के नाम भी लिखे गए हैं। अधिकतर लोगों ने अपना नाम और मोबाइल नंबर लिखा दिया है। पुलिस ने नाम परिवर्तन के लिए शांति समिति की बैठक के दौरान भी आग्रह किया था। पुरकाजी से बुढ़ाना मोड़ तक अलग-अलग जगह दुकानदारों ने अपने नाम दुकानों के बाहर प्रदर्शित किए।

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मुजफ्फरनगर में इन मार्गों से गुजरते हैं कांवड़िए
गंगनहर पटरी मार्ग-मंगलौर से भोपा, खतौली, मेरठ।
गंगनहर जौली पुल-जटवाड़ा, कुतुबपुर, मेरठ।
भूराहेड़ी, पुरकाजी, छपार, रामपुर तिराहा, शिव चौक।
सिसौना, बझेड़ी फाटक, केवलपुरी, सरवट, शिव चौक।
शिव चौक से वाया बुढ़ाना मोड़ से शामली।
शिव चौक से शाहपुर, बुढ़ाना, बागपत।
शिव चौक से वहलना, मंसूरपुर, नावला कोठी।
नावला कट, खेड़ी तगान, भूपखेड़ी, मेरठ।
नावला कोठी, रायपुर नंगली, सिकंदरपुर, मेरठ।
नावला कोठी, खतौली, भंगेला, मेरठ।
पानीपत-खटीमा बाईपास, सिसौना, पीनना।

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इन्होंने उठाई थी मांग
यशवीर आश्रम बघरा के संचालक स्वामी यशवीर महाराज ने अधिकारियों से मिलकर कांवड़ मार्ग की दुकानों के दुकानदारों के नाम प्रदर्शित करने की मांग रखी थी। उन्होंने एसएसपी अभिषेक सिंह से भी मुलाकात की थी।

कौशल विकास राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने भी विकास भवन में हुई बैठक के दौरान यह मुद्दा उठाया था। पुलिस ने इसके बाद कांवड़ मार्ग पर व्यवस्था लागू करानी शुरू कर दी थी। एआईएमआईएम के प्रमुख असदउद्दीन ओवैसी की एक्स पर पोस्ट के बाद अन्य लोगों ने भी गुरुवार को मोर्चा संभाल लिया। शुक्रवार को भी सुबह से ही मुद्दा गरमाया रहा।

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सभी संचालक लिखें अपना नाम
स्वामी यशवीर महाराज ने कहा कि सभी होटल, ढाबे और खाद्य पदार्थ बेचने वाले सभी संचालक अपना सही नाम लिखें। कांवड़ मार्ग पर बड़ी संख्या में ऐसे होटल व ढाबे हैं, जिनपर हिंदू धर्म के देवी-देवताओं का नाम है, लेकिन उनके संचालक मुस्लिम धर्म के हैं। अक्सर वीडियो सामने आता है कि कोई व्यक्ति खाने में थूक रहा है। इन सभी से हिंदुओं का धर्म भ्रष्ट होता है। इसलिए यह मुहिम चलाई गई है। 

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कांवड़ यात्रा की तैयारी की समीक्षा की 
एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने कांवड़ सेल में गोष्ठी में कांवड़ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कांवड़ यात्रा के दौरान पार्किंग व्यवस्था, यातायात व रूट डायवर्जन, शुद्ध पेयजल व्यवस्था, समुचित प्रकाश की व्यवस्था  आदि की जानकारी ली। साथ ही ड्रोन व सीसीटीवी कैमरों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित  करने को कहा।

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