मुजफ्फरनगर में भारतीय किसान यूनियन अंबावता ने सांप्रदायिकता से लड़ने का एलान करते हुए आह्वान किया कि हिंदू मुस्लिम एकता के लिए विशेष अभियान चलाया जाए। यूनियन कार्यकर्ताओं ने उत्तरकाशी के मुद्दे पर उत्तराखंड सरकार को घेरते हुए कहा कि चाहे प्रदेश की सरकार हो या केंद्र की भाजपा की नीतियां आमजन विरोधी हैं।
मुजफ्फरनगर में भारतीय किसान यूनियन अंबावता ने कैंप कार्यालय मीनाक्षी चौक पर कार्यकर्ताओं की पंचायत बुलाई। जिला अध्यक्ष मोहम्मद शाह आलम ने कहा कि सरकार की करनी और कथनी में बड़ा फर्क है। उन्होंने कहा कि उत्तरकाशी सांप्रदायिकता की आग में जल रहा है। भाजपा सरकारों की कथनी और करनी में बहुत फर्क है। इसलिए भारतीय किसान यूनियन सांप्रदायिकता विरोधी अभियान चलाते हुए हिंदू मुस्लिम एकता के लिए लोगों को जागरूक करेगी।
उन्होंने कहा कि पूर्व में 3 काले कृषि कानून वापसी के लिए किसान आन्दोलन में 700 से ज्यादा किसानों की शहादत हुईं थी। सरकार ने आंदोलन को समाप्त करते समय कृषि कानून वापस लेते हुए किसानों से एमएसपी का कानून बनाने का वादा किया था। जिसको सरकार भुलाए बैठी है। लंबे इंतजार के बाद किसान फिर मैदान में आ रहे हैं। देश की जनता को गुमराह करने में सरकार एक्सपर्ट है। वहीं उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सरकार का जो नारा है सबका साथ सबका विकास, उसकी धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
उत्तराखंड प्रदेश सरकार सांप्रदायिकता फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि आज के माहौल में सांप्रदायिकता फैलाने वालों पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसान अपनी जायज मांगों के लिए आंदोलन करते हैं, तो सरकार उन पर बल प्रयोग करती है। लेकिन उपद्रव फैलाने वालों पर भाजपा की सरकारें चुप बैठी रहती हैं।
उन्होंने कहा कि सांप्रदायिकता फैलाने वालों पर भी सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। जो लोग देश के माहौल को खराब करने का कार्य करें चाहे वह किसी भी संगठन के हो। चौधरी ऋषिपाल अंबावता जिंदाबाद के नारों से गूंज रहा था। संचालन ब्लॉक पुरकाजी अध्यक्ष सालिम त्यागी ने किया।