मोरना। भोपा थाना क्षेत्र के गांव बेहडा थ्रू में घर के सामने नाली की सफाई को लेकर दो पक्षों में गाली गलौज के बाद संघर्ष हो गया। दोनों पक्षों में लाठी-डंडे चलने से दर्जनों लोग घायल हो गए। गंभीर रूप से घायल लोगों को पुलिस द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया गया है, जहां तीन लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है।
भोपा थाना क्षेत्र के गांव बेहडा थ्रू में घर के सामने बनी नाली की सफाई के विवाद को लेकर दो पक्षों में गाली गलौज के बाद खूनी संघर्ष हो गया, जिसमें जमकर लाठी-डंडे और धारदार हथियार चलने से तीन महिलाओं समेत लगभग एक दर्जन लोग घायल हो गए। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची भोपा पुलिस ने घायलों को भोपा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया गया। थाना क्षेत्र के गांव बेहड़ा थ्रू में कृष्णपाल और राजवीर पक्ष में कुछ समय से किसी बात को लेकर अंदर खाने विवाद चलता आ रहा है। विवाद के चलते दोनों पक्ष कई बार आमने-सामने आ चुके हैं।
पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, शुक्रवार की देर शाम राजवीर पक्ष का एक युवक कृष्णपाल पक्ष के घर के सामने जा रही नाली में सफाई कर रहा था, जिसका कृष्णपाल पक्ष के एक युवक ने विरोध किया। विरोध करने पर दोनों पक्षों के बीच में जमकर गाली-गलौज हो गई और मारपीट होने लगी। देखते ही देखते दोनों पक्षों के दर्जनों लोग लाठी-डंडे लेकर एक-दूसरे पर टूट पड़े और धारदार हथियार निकल आए। दोनों पक्षों में लगभग आधे घंटे तक जमकर संघर्ष हुआ। संघर्ष में कृष्णपाल पक्ष की ओर से कृष्णपाल, लोकेश पत्नी कृष्णपाल, उसके तीनों पुत्र अंकुर रोहिल और अंकित, वहीं राजवीर पक्ष की ओर से राजवीर, सुमन पत्नी राजवीर, रूबी, बेबी और संदीप घायल हो गए। मामले की सूचना ग्रामीण कोई द्वारा किसी तरह से पुलिस को दी गई। सूचना पाकर भोपा पुलिस में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में भोपा पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भोपा पर भर्ती कराया गया, जहां घायलों का उपचार किया जा रहा है। वहीं गंभीर रूप से घायल अंकुर, रोहिल व अंकित की हालत गंभीर बताई जा रही है।
दोनों पक्षों में अन्दर खाने सुलगती चिंगारी ने गंभीर रूप धारण कर लिया
दोनों पक्षों के बीच विवाद काफी दिनों से अंदर खाने चल रहा था। बताया जाता है कि दोनों पक्ष छोटी-छोटी बातों को लेकर एक-दूसरे की जान के प्यासे बने हुए थे। कई बार ग्रामीणों के द्वारा दोनों पक्षों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया गया, लेकिन मामला अंदर खाने बढ़ता ही रहा। घर के सामने नाली सफाई की मामूली बात ने इतना गंभीर रोग धारण कर लिया कि दोनों पक्षों के बीच लाठी-डंडों के साथ धारदार हथियार निकल आए और दोनों पक्ष के लगभग आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। महिलाओं को भी नहीं बख्शा गया और उन पर भी हमला बोल दिया गया।
पुलिस की सजगता से बचपाई दोनों पक्षों के लोगों की जान
शुक्रवार को भोपा पुलिस क्षेत्र में जुमे की नमाज को लेकर पहले से ही सतर्क चली आ रही थी, जैसे ही ग्रामीणों के द्वारा गांव में झगड़े की सूचना दी गई। आनन-फानन में पुलिस गांव में पहुंची और मामले को बड़ी मुश्किल से शांत कराया। इतना ही नहीं पुलिस के सामने भी दोनों पक्ष एक दूसरे की जान के प्यासे बने रहे। यदि पुलिस मामले में तत्परता न दिखाती तो गांव में बहुत बड़ी घटना घटित हो सकती थी। पुलिस की तत्परता के बाद भी तीन लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। घटनास्थल में प्रयुक्त किए गए धारदार हथियारों के वार से किसी की जान भी जा सकती थी।
समाचार लिखे जाने तक दोनों पक्षों के द्वारा थाने में तहरीर नहीं दी गई है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि दोनों पक्षों के बीच बदला लेने को चिंगारी सुलगी रही। मामले में पुलिस की सक्रियता से फिलहाल तो मामला शांत हो गया, लेकिन यदि पुलिस के द्वारा मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया तो कोई भी अनहोनी घटना हो सकती है। फिलहाल पुलिस की देखरेख में घायलों का चिकित्सालय में इलाज चल रहा है। गंभीर रूप से घायल तीन लोगों का इलाज करने में चिकित्सक लगे हुए हैं समाचार लिखे जाने तक अस्पताल में लोगों की काफी भीड़-भाड़ रही।