मुजफ्फरनगर। शहर की आबोहवा बदलने से लोग बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। जिले के अधिकांश लोग बुखार, नजला-जुकाम और खांसी से परेशान हैं। उधर, ईएनटी यानी नाक, कान और गले के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। चिकित्सकों का कहना है कि मौसम बदलने और शादी सीजन में इस तरह के मरीज बढ़ते हैं।
जिला अस्पताल में नाक, कान और गले की ओपीडी में मरीजों की लंबी कतार देखने को मिल रही है। इसके अलावा बुखार के मरीजों की भी संख्या कुछ कम नहीं है। जिला चिकित्सालय में रोजाना 300 से ज्यादा नाक, कान और गले की शिकायत लेकर पहुंच रहे है। लोगों को नजला-जुकाम और खांसी से भी राहत नहीं मिल पा रही है। जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. योगेंद्र त्रिखा ने बताया कि मौसम बदलने की वजह से लोगों को बुखार हो रहा है। अभी दिन में गर्मी हो रही है और रात में सर्दी ऐसे में लोग रजाई के बजाए कंबल ओढ़ने लगे, जिससे उन्हें ठंड लग जाती है। ईएनटी सर्जन डॉ. अमित सैनी ने कहा कि कि नजले की वजह से ही कान और गले में भी दिक्कत होती है।
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नजले में न बरतें लापरवाही, बढ़ सकती है दिक्कत
ईएनटी सर्जन डॉ. अमित सैनी ने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को लंबे समय से नजला-जुकाम है, तो उसे लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। इससे उसके कान के पर्दे में छेद तक हो सकता है। नजले में कम सुनने लगता है। इसके साथ गले में भी इंफेक्शन हो जाता है। नजला-जुकाम होने पर तुरंत चिकित्सक को दिखाएं और उपचार कराएं।
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यह बरतें सावधानी
जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ.अमित सैनी ने कहा कि जिस तरह से मौसम बदल रहा है। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। ठंडी, खट्टी और मीठी चीजें खाने से बचें। सुबह-शाम की ठंड में लापरवाही न बरतें। कपड़े पहनकर रखें। सुबह को उठकर अचानक बाहर न निकलें। गर्म पानी का सेवन करें।
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नाक, कान, गले की ओपीडी में इतने मरीज
24 फरवरी
302
23 फरवरी
289
22 फरवरी
258
21 फरवरी
296
20 फरवरी
261