भोपा। सोलानी नदी में पानी छोड़े जाने से भोपा व पुरकाजी क्षेत्र के सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न हो गई। गन्ना व धान की फसल पानी में डूब जाने से किसानों के भारी नुकसान हो गया है।
भोपा थाना क्षेत्र के गांव योगेंद्र नगर के खादर क्षेत्र में कान्हा वाली बक्शीराम के नाम से सैकड़ों बीघा खेत है। यह खेत भोपा व पुरकाजी थाना क्षेत्र में लगता है। भोकरहेड़ी, योगेंद्र नगर के सैकड़ों किसान यहां खेती करते हैं।
किसानों का कहना है कि गंगनहर घनौरी से लगभग चार दिन पूर्व सोलानी नदी में अतिरिक्त पानी छोड़ा गया था। कान्हा वाली बक्सीराम क्षेत्र में सोलानी नदी की ठीक से खुदाई व सफाई नहीं हो पाई। जिसके चलते सोनाली नदी का पानी फसल में भर गया।
चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। फसलें नष्ट होने के कगार पर हैं। महिपाल, जगपाल, मैनपाल, हरि सिंह, चतरसेन, मुकेश, बलवान, अमर सिंह आदि किसानों का कहना है कि अगर सोनाली नदी की ठीक से सफाई नहीं हुई तो आने वाले समय में यह समस्या और बढ़ेगी।
– किसानों ने बताई आपबीती
योगेन्द्र नगर निवासी किसान लोकपाल का कहना है कि उसकी लगभग 25 बीघा धान व गन्ने की फसल में पानी भर गया है। फसल नष्ट होने के कगार पर है। शासन प्रशासन को ध्यान देना चाहिए।
किसान ब्रह्मचंद का कहना है कि उनकी गेहूं की फसल का तो अभी तक मुआवजा मिला नहीं और अब धान और गन्ने की फसल नष्ट होने जा रही है। अगर सोलानी नदी की सफाई नहीं हुई तो वह बर्बाद हो जाएंगे।
किसान ऊदल का कहना है कि धनोरी से गंग नहर में पानी छोड़ने से पहले किसानों की समस्या पर ध्यान देना चाहिए। फसलों में इस कदर पानी भर गया है कि वह नष्ट हो चुकी है। किसानों की पीड़ा को समझनी चाहिए।
किसान बृजपाल का कहना है कि कान्हा वाली बक्सीराम के जंगल में अधिकांश फैसले जल मग्न हो गई है। यह समस्या हर वर्ष उत्पन्न होती है। इसके बाद भी शासन-प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।
– पहले फसलों का अभी तक नहीं मिला मुआवजा
भोकरहेड़ी, योगेंद्र नगर, पुरकाजी क्षेत्र निवासी किसानों का कहना है कि कान्हा वाली बक्सीराम के जंगल में दो वर्ष पूर्व भी इसी तरह से जंगल में चारों ओर पानी ही पानी हो गया था। जिस कारण हजारों बीघा गेहूं की फसल जल मग्न होकर नष्ट हो गई थी। मुआवजे के लिए किसानों ने जिलाधिकारी सहित जनप्रतिनिधियों के यहां खूब चक्कर लगाए, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। अभी तक किसी को भी फसल का मुआवजा नहीं मिला है, केवल आश्वासन ही मिलता है।