मुजफ्फरनगर। गांव धंधेड़ा के किसानों ने पंचायत कर यह निर्णय लिया है कि किसी भी हाल में अपनी कृषि योग्य जमीन गृहस्थान-3 के लिए अधिग्रहीत नहीं होने देंगे। उन्होंने यह भी ऐलान किया कि अधिग्रहण की हर प्रक्रिया, जिसमें सर्वे भी शामिल है, का वे पुरजोर विरोध करेंगे। पंचायत ने आवास विकास परिषद मेरठ की ओर से भेजे जा रहे नोटिसों को पूर्ण रूप से अवैध करार दिया।
आवास विकास परिषद मेरठ की योजना के तहत शहर से सटे शेरनगर, धंधेड़ा और बिलासपुर गांवों की करीब 280 हेक्टेयर भूमि कॉलोनी बनाने के लिए अधिग्रहीत करने का प्रस्ताव है, जिसे लेकर किसान नाराज हैं। रविवार को धंधेड़ा में अबरार के मकान पर आयोजित पंचायत में किसानों ने भूमि अधिग्रहण और सर्वे की योजना पर विरोध जताया।
किसानों का कहना है कि उनकी जमीने बहुफसली एवं व्यावसायिक उपयोग में हैं और किसी भी योजना के तहत इन्हें लेना उनकी आजीविका पर सीधा असर डालेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासनिक अमला उनकी बात सुने बिना योजनाओं को जबरन लागू करने की कोशिश कर रहा है।
पंचायत में तय किया गया कि सर्वे का विरोध किया जाएगा और अधिग्रहण विरोधी संघर्ष तेज किया जाएगा। किसान कानूनी और लोकतांत्रिक तरीकों से अपनी लड़ाई लड़ेंगे। चेतावनी दी गई कि अगर प्रशासन दबाव डालेगा तो वे सड़क से लेकर न्यायालय तक अपने अधिकारों की रक्षा करेंगे।
इस मौके पर रूपेश कुमार, चेतन चौधरी, नाजिर अली, इसरार, विकास, प्रदीप कुमार, मनोज राठी, इंतजार, हरीश, सतेन्द्र कुमार और अरविंद सहित कई किसान मौजूद रहे।