मुजफ्फरनगर में पिछले दिनों बारिश से तबाह हुई फसलों के मुआवजे को किसान आंदोलित है। भारतीय किसान यूनियन के तत्वावधान में मंगलवार को चरथावल में महापंचायत का आयोजन किया गया। जिसमें किसानों ने क्षतिग्रस्त फसलों के एवज में मिलने वाले मुआवजे को बहुत कम बताते हुए आवाज बुलंद की। किसानों ने कहा कि बारिश और बेसहारा पशुओं ने फसलों को तबाह करके रख दिया है।
प्रति बीघा 100 व 200 रुपए का मुआवजा दिए जाने की तैयारी
चरथावल में भारतीय किसान यूनियन की महापंचायत में आसपास के सैकड़ों गांव के हजारों किसानों ने हिस्सा लिया। भारतीय किसान यूनियन मंडल अध्यक्ष विकास शर्मा के नेतृत्व में आयोजित पंचायत के दौरान किसानों ने जमकर भड़ास निकाली। विकास शर्मा ने कहा कि पिछले दिनों लगातार हुई बारिश से चरथावल क्षेत्र के दर्जनों गांव में सैकड़ों किसने की फसल बर्बाद हो गई। गन्ने की फसल बर्बाद होने से किस सड़क पर आ गए हैं। प्रतिदिन का खर्च भी नहीं चल रहा है। सर्वे के बाद सरकार ने जो मुआवजा तय किया है। वह ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। प्रति बीघा 100 और 200 रुपए का मुआवजा दिए जाने की तैयारी है।
किसानों ने 11 सूत्रीय मांग पत्र प्रशासन को सौंपा
उन्होंने कहा कि भारतीय किसान यूनियन मांग करती है कि किसान को 10 हज़ार रुपये प्रति बीघा के हिसाब से नष्ट हुई फसल का मुआवजा दिलाया जाए। उन्होंने किसानों को आवारा पशुओं से बचाने की भी मांग की। ढोल नगाड़ों की थाप से पंचायत स्थल गूंज उठा। किसानों ने 11 सूत्रीय मांग पत्र स्थानीय प्रशासन को सौपा। जिसमें किसने की ट्यूबवेल पर प्रतिदिन होने वाली चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने और खुलासा कर माल बरामद करने की मांग की गई। इनके अलावा जर्जर सड़कों की मरम्मत। संपर्क मार्गों का निर्माण और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चरथावल के भवन पुनर्निर्माण की मांग की गई।