मोरना/खतौली/शाहपुर। बारिश ने सब्जियों की खेती करने वाले किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। बेल वाली फसलें खराब होने लगी है। किसानों को मिर्च के खेतों से पानी निकालना पड़ रहा है।
बारिश होने के कारण गांव करहेड़ा, किशनपुर और तिस्सा में कई वर्षों से मिर्च का उत्पादन कर रहे किसानों की फसल खराब हो गई है। किसानों का कहना है कि प्रति बीघा करीब 50 हजार रुपये का नुकसान हुआ है। किसान ओमवीर का कहना है कि मिर्च के खेत में पानी निकालने में परेशानी हो रही है।
किसान नसीर अहमद ने बताया कि टमाटर, कद्दू और खीरा की फसल खराब हो गई है। क्षेत्र के किसानों के लिए यह मुश्किल भरा है। शाहपुर क्षेत्र के गांव कमालपुर निवासी सब्जी किसान जोनू ने बताया कि उसने लगभग सात बीघा भूमि पर भिंडी, बैंगन व हरी मिर्च की फसल की बुआई की थी। पिछले दिनों से हो रही तेज बारिश से उसकी फसल खराब हो गई। उसे करीब दो लाख रुपये का नुकसान है ।
खतौली के सोरण का कहना है कि भिंडी, तौरी, लौकी, गोभी की फसल की बुवाई करते है। लगातार बारिश होने के कारण खेतों में पानी भर गया। इस कारण उनकी फसल खराब हो गई। कहना है कि उन्हें लगभग एक लाख का नुकसान हुआ है।
दूर-दराज से मंगाई जा रही सब्जियां
सब्जी विक्रेता साजिद खान और तनवीर अहमद ने बताया कि बारिश होने से सब्जियां बर्बाद हो गई हैं। दूरदराज क्षेत्र से सब्जियां मंगाई जा रही हैं। सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। टमाटर 160 रुपये, गोभी 150 रुपये, तौरी 80, लौकी 50, बैगन 80 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है।