उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में मंगलवार शाम मेरठ एंटी करप्शन टीम (Meerut Anti Corruption Team) ने मापतौल विभाग (Measurement Department) के वरिष्ठ निरीक्षक और उनके प्राइवेट ड्राइवर को 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. एंटी करप्शन टीम को शिकायत मिली थी कि मापतौल विभाग के वरिष्ठ निरीक्षक हरीश कुमार प्रजापति ने सालाना स्टैंपिंग (Stamping) की एवज में 50 रुपये की मांग की है. इस शिकायत के बाद टीम हरकत में आई दोनों को योजना बनाकर रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार
दरअसल नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के भोपा रोड स्थित बालाजी रिफलिंग नाम से एक पेट्रोल पंप है. जिसके मालिक आधार रघुवंशी ने सोमवार को मेरठ एंटी करप्शन विभाग को इसकी शिकायत की थी कि मुजफ्फरनगर मापतौल विभाग के वरिष्ठ निरीक्षक हरीश कुमार प्रजापति सालाना स्टैम्पिंग की एवज में उनसे 50 हजार रुपये की मांग कर रहे हैं. ये शिकायत मिलने के बाद मेरठ एंटी करप्शन विभाग की सीओ संगीता सिंह ने एक टीम का गठन किया. टीम ने जब इसकी जांच की तो मामला सही पाया गया. जिसके बाद टीम ने जाल बिछाकर हरीश कुमार प्रजापति और उनके प्राइवेट ड्राइवर सोनवीर उर्फ़ सोनू को रंगे हाथों 25 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया.
एंटी करप्शन विभाग ने की कार्रवाई
इस मामले की अधिक जानकारी देते हुए सीओ संगीता सिंह ने बताया कि सोमवार को आधार रघुवंशी ने शिकायत की थी कि भोपा रोड पर उनका पेट्रोल पंप हैं, बालाजी रिफलिंग के नाम से उसमें सालाना स्टैम्पिंग होती है जिसकी एवज में मापतौल विभाग के अधिकारी ने 50 हजार की रिश्वत की मांग की थी. इस शिकायत के बाद मामले में सत्यता पाई गई. जिसके आधार पर एक टीम का गठन किया गया और पूरी तैयारी के साथ उनकी टीम ने जाल बिछाया. विधिक मापतौल विभाग अधिकारी हरीश कुमार प्रजापति अपने ड्राइवर के साथ यहां पहुंचे और उन्होंने ड्राइवर के जरिए पैसों की मांग की. पैसे देते ही एंटी करप्शन टीम ने दोनों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.