विधान परिषद सदस्य एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मोहित बेनीवाल ने सदन में कहा कि हमारी परंपराओं के प्रति सम्मान के लिए हमारी भूमि, नगरों के नाम भी सभ्यता और परंपरा के अनुरूप होने चाहिए। महाभारत काल से जुड़े मुजफ्फरनगर का नाम बदलकर लक्ष्मीनगर किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यह केवल नाम बदलने का प्रश्न नहीं है, बल्कि हमारे सांस्कृतिक गौरव, सभ्यता के पुनर्जागरण व ऐतिहासिक सत्य की पुनर्स्थापना का संकल्प है। मुजफ्फरनगर कोई साधारण भूमि नहीं है। महाभारत काल से जुड़े हुए इसी जनपद के शुक्रताल में राजा परीक्षित ने ऋषि शुकदेव से भागवत पुराण का ज्ञान प्राप्त किया था।
उन्होंने कहा कि क्या यह उचित है कि यह पवित्र स्थान एक मुगल शासक मुजफ्फर अली के नाम से जाना जाए। यह क्षेत्र कृषि, व्यापार व आर्थिक संपन्नता के साथ गुड़ की मिठास का भी केंद्र है। लक्ष्मीनगर नाम क्षेत्र की आर्थिक प्रगति का प्रतीक बनेगा। यह नाम गंगा के निर्मल प्रवाह जैसा परिवर्तनकारी होगा, जो हमारी सभ्यता व सांस्कृतिक गौरव को पुनः स्थापित करते हुए, इस क्षेत्र की पहचान को दिशा देगा।